Thursday, 9 February 2017

चार अधिकार



  • बहुजनों के सच्चे आजादी का विलेन कौन? डा.बाबासाहब अम्बेडकर ने १७ अगस्त १९३२ को जब कम्युनल एवार्ड घोषित हुआ तब निम्नलिखित चार अधिकार अंग्रेजों से हासिल किए| १. पर्याप्त प्रतिनिधित्व (एडिक्वेट रिप्रेजेंटेशन) २. स्वतंत्र निर्वाचन क्षेत्र (सेपरेट इलेक्टोरेट) ३. दो बार मत देने का अधिकार (ड्युल वोटिंग) ४. प्रौढा मताधिकार (एडल्ट फ्रेंचाईज) 

    ये चार अधिकार थे|
     १५ अगस्त १९४७ को आजादी मिली अगर हमें मिले उपरोक्त अधिकार गांधीजी ने हमसे छीने नहीं होते तो हम १७ अगस्त १९३२ को हीे हम आजाद हो गए होते| इसको पोलिटीकल इंडिपैंडेंस कहा जा सकता है, या उसको ज्यादा से ज्यादा डोमिनियन स्टेटस की आजादी कहा जा सकता है| ये जो चार अधिकार मिले थे, जिनमे से गांधीजी ने अमरण अनशन कर दो अधिकारों को छीन लिया और दो अधिकार इन मूलभूत अधिकारों पर आश्रित थे| मूलभत अधिकारों को छीनने से आश्रित अधिकारों का कोई अर्थ नहीं रहा|

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