बाबा साहब डॉ अम्बेडकर की उंगली का महत्व
☝बाबा साहब डॉ अम्बेडकर की
उंगली का महत्व..जरुर पढे...👇
एक बार एक लड़का अपने पिता के साथ बाबासाहेब डॉ अम्बेडकर
जयंतीे की रैली में गया था।
घर वापस आने पर अपने पापा से प्रश्न पूछे.....
लड़का : पापा बाबासाहेब हमेशा सुटबुट में क्यों रहते थे ?
पापा : बेटा, क्योंकि उन्हें लगता था कि मेरा समाज भी
हमेशा सुटबुट में रहना चाहिए यदि मैं सुटबुट में रहूंगा तो मेरा
समाज मुझे आदर्श मानकर वह खुद भी सुटबुट में
रहेंगे।
लडका : ठीक है पापा,
बाबासाहेब के जेब को हमेशा पेन क्यों रहता था ?
पापा : बहुत अच्छा प्रश्न पूछा बेटा, अरे वो सिर्फ पेन
नहीं हजारों शोषित, दलित पिढीत लोगों को
गुलामगिरी से मुक्त करने की वह आधुनिक
तलवार है.....
उसी पेन से बाबासाहेब ने भारतीय संविधान
लिखा है।
बेटा : पापा मैं भी अपनी जेब में पेन
लगाऊंगा?.....
पापा आखरी प्रश्न पूछ रहा हूँ, आप थके होगे....
बाबासाहेब ने उंगली कहा दिखाई और उनके हाथ में
कौनसी किताब हैं ?
पापा : बेटा ये बहुत अच्छा प्रश्न पूछा.....
बेटा उनके हाथ में जो किताब है उसका नाम है....
" भारतीय संविधान " इस संविधान से पुरा भारत देश चलता
है, इसी संविधान से तुम्हें स्वातंत्र्य, समता और
बंधुत्व यह मानवी मुल्य तुम्हें दि है।
बाबासाहब ने जो उंगली दिखाई है उसका मतलब "
अगर इस संविधान को सही मायने में अमल में लाना है
तो योग्य लोग संसद में आने चाहिए, वह उंगली से
यह संबोधन करते हैं कि " अपने अधिकार के लिए संसद में जाओ।
बेटा : थैंक्स पापा, मैं भी बाबासाहेब के विचारों पर
चलूँगा और इस देश को बहुत आगे ले जाऊंगा।
"मोरल ऑफ़ द स्टोरी"
👉अगर इसी प्रकार हर पापा अपने बच्चे को बाबासाहेब
के बारे समझाये तो वो दिन दूर नहीं, जब संसद क्या?
पुरे विश्व में बाबासाहब के बच्चे अपना नाम रोशन करेंगे।
🙏🙏 जय भीम . जय संविधान।🙏🙏
☝बाबा साहब डॉ अम्बेडकर की
उंगली का महत्व..जरुर पढे...👇
एक बार एक लड़का अपने पिता के साथ बाबासाहेब डॉ अम्बेडकर
जयंतीे की रैली में गया था।
घर वापस आने पर अपने पापा से प्रश्न पूछे.....
लड़का : पापा बाबासाहेब हमेशा सुटबुट में क्यों रहते थे ?
पापा : बेटा, क्योंकि उन्हें लगता था कि मेरा समाज भी
हमेशा सुटबुट में रहना चाहिए यदि मैं सुटबुट में रहूंगा तो मेरा
समाज मुझे आदर्श मानकर वह खुद भी सुटबुट में
रहेंगे।
लडका : ठीक है पापा,
बाबासाहेब के जेब को हमेशा पेन क्यों रहता था ?
पापा : बहुत अच्छा प्रश्न पूछा बेटा, अरे वो सिर्फ पेन
नहीं हजारों शोषित, दलित पिढीत लोगों को
गुलामगिरी से मुक्त करने की वह आधुनिक
तलवार है.....
उसी पेन से बाबासाहेब ने भारतीय संविधान
लिखा है।
बेटा : पापा मैं भी अपनी जेब में पेन
लगाऊंगा?.....
पापा आखरी प्रश्न पूछ रहा हूँ, आप थके होगे....
बाबासाहेब ने उंगली कहा दिखाई और उनके हाथ में
कौनसी किताब हैं ?
पापा : बेटा ये बहुत अच्छा प्रश्न पूछा.....
बेटा उनके हाथ में जो किताब है उसका नाम है....
" भारतीय संविधान " इस संविधान से पुरा भारत देश चलता
है, इसी संविधान से तुम्हें स्वातंत्र्य, समता और
बंधुत्व यह मानवी मुल्य तुम्हें दि है।
बाबासाहब ने जो उंगली दिखाई है उसका मतलब "
अगर इस संविधान को सही मायने में अमल में लाना है
तो योग्य लोग संसद में आने चाहिए, वह उंगली से
यह संबोधन करते हैं कि " अपने अधिकार के लिए संसद में जाओ।
बेटा : थैंक्स पापा, मैं भी बाबासाहेब के विचारों पर
चलूँगा और इस देश को बहुत आगे ले जाऊंगा।
"मोरल ऑफ़ द स्टोरी"
👉अगर इसी प्रकार हर पापा अपने बच्चे को बाबासाहेब
के बारे समझाये तो वो दिन दूर नहीं, जब संसद क्या?
पुरे विश्व में बाबासाहब के बच्चे अपना नाम रोशन करेंगे।
🙏🙏 जय भीम . जय संविधान।🙏🙏
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