Sunday 26 February 2017

मीडिया हमारा आन्दोलन क्यों नहीं दिखा रहा?

 हमारे कई लोग पिछले कई दिनों से पूछ रहे है की- मीडिया हमारा आन्दोलन क्यों नहीं दिखा रहा? बात एकदम सही है। आईये जानते है हर एक मीडिया चैनल और उनके मालिको का सच।

Zee news:
यह चैनल का मालिक सुभाष चंद्रा है।सुभाष चंद्रा नरेन्द्र मोदी के काफी करीबी व्यक्ति है। 2014 चुनाव में इन्होने न सिर्फ बीजेपी को पैसे दिए थे बल्कि खुद मोदी की हरयाणा में हुई हर चुनावी रैली में उपस्थित रहे थे।

इस चैनल के दुसरे अहम् व्यक्ति है- सुधीर चौधरी। जो जी न्यूज़ का एंकर है। और आप भी इन्हें जानते होगे। यह व्यक्ति पत्रकार के नाम पर कलंक है। यह दलाल 2012 में उद्योगपति नवीन जिंदल से 100 करोड़ की रिश्वत मांगते कैमरे में कैद हुआ था। और फिर तिहाड़ जेल की हवा भी खा चूका है। JNU छात्र कन्हैया कुमार का फर्जी नारों वाला विडियो भी इसीने बनवाया था।
 इनकी मोदी भक्ति से खुश मोदी सरकार ने इन्हें z श्रेणी की सुरक्षा मुहैया करवाई है।

IndiaTV :
यह चैनल का मालिक रजत शर्मा है। आप सभी इन्हें अच्छे से पहचानते होंगे। रजत शर्मा के पिता BJP के नेता थे। खुद रजत शर्मा ABVP के अध्यक्ष रह चुके है,और इनकी पत्नी आजभी बीजेपी की नेता है। इस चैनल की हर न्यूज़ मोदी को महान दिखाने के एंगल से बनायीं जाती है। हर न्यूज़ में मोदी-भक्ति दिखाई देती है। कहा जाता है इस चैनल का पूरा खर्च बीजेपी उठाती है। मोदी सरकार ने रजत शर्मा को Editor's Guild का अध्यक्ष बनाया है।

Aaj Tak:
यह चैनल India Today ग्रुप का एक हिस्सा है। जिनके मालिक अरुण पूरी है। इस ग्रुप द्वारा India Today नाम की मैगज़ीन प्रकाशित की जाती है। अगर आप एक बार भी इस मैगज़ीन को पढोगे या एक दिन के लिए आज तक/Headlines Today चैनल देखोगे तो आपको पता चल जायेगा की इस ग्रुप की वफ़ादारी किस तरफ है।

Times Now, IBN7, CNN-IBN-
यह तीनों चैनल TV18 ग्रुप का हिस्सा है। जिनके मालिक मुकेश अम्बानी है। मुकेश अम्बानी और नरेन्द्र मोदी के आपसी रिश्तो के बारे में जितना कहा जाये उतना कम होगा।

News24- यह चैनल के मालिक कोंग्रेस नेता राजीव शुक्ला है। जो अरुण जेटली के काफी अच्छे दोस्त भी है।

 उपर दिये गये चैनल्स के साथ-साथ देशके बाकि बचे हुये लगभग हर चैनल्स और आज देशमें मौजूद 95% से ज्यादा अखबारों (न्यूजपेपर) के मालिक मनुवादी ब्राह्मण और बनिया लोगही हैं।

क्या अब भी आपको लगता है की यह लोग कभी भी मोदी सरकार के खिलाफ कोई खबर पुरे जोर से दिखायेगे??! या मनुवादियो के खिलाफ कुछ दिखायेंगें? ब्राह्मणवादविरोधी आंदोलन, आंबेडकरवादी आंदोलन, फुले,शाहू,आंबेडकरवादी विचार कभी अपने चैनल्सपे दिखायेंगें? अपने न्यूजपेपर्स या मैगजिनमें छापेंगें? वो ऐसा कभी नहीं करेंगें।

यह घिनोना सच जानकर हमें निराश नहीं होना है। क्योंकि अगर इन लोगो के पास पैसा और पॉवर है तो हमारे पास भी सोशल मीडिया और सच की ताकत है।

आप सभी से निवेदन है की एक बने रहिये, बिखर मत जाना। मीडिया हमारे इस विराट आन्दोलन को दिखाये या ना दिखाये, हमे कोई फर्क नहीं पड़ता। हम सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग करेंगे और सच की मशाल कायम करेंगे। याद रखे अगर हम मनुवादियो को सत्ता में ला सकते है तो उन्हें उखाड़ भी सकते है।

कृपया इस मेसेज को हर  भाई/बहन तक पहुँचायें।     🙏🏼🙏🏼


NDTV हिंदी ने साल में एक जैसा-तैसा कार्यक्रम बाबा साहेब पर कर दिया तो आप जैसे भोले लोग फ़िदा हो गए। 

यह भी नहीं देखा कि उसी चैनल ने पिछले चुनाव से ठीक पहले बहनजी के खिलाफ कैसा ज़हरीला कार्यक्रम चलाया। यह चैनल अभी अभी झारखंड की बीजेपी सरकार से बड़ी रक़म ले चुका है। 

यूपी में विधानसभा से पारित नियम से हर पूर्व मुख्यमंत्री को सरकारी घर मिला है। सबने अपने ढंग से सजाया है। कार्यक्रम सिर्फ बहनजी के घर पर किया गया।

NDTV ने सिर्फ बहनजी के सरकारी आवास का बेडरूम और बाथरूम नापा। जबकि हर पूर्व मुख्यमंत्री का घर एक जैसा है। यहाँ तक कि मार्बेल की क्वालिटी जाँची गई।

इस कार्यक्रम में बहनजी को माया मेमसाहेब कहा गया है। समझने वाले समझते होंगे कि यह कितना अपमानजनक है।

बहनजी के सरकारी घर पर बनाए गए कार्यक्रम का अंत गीता के श्लोक से किया गया। 

मीडिया एक सिस्टम है। एक कार्यक्रम आपके पक्ष का दिखाकर, उसकी आड़ में आपकी जड़ खोद दी जाती है।

भरोसा हासिल करने के बाद गला काटना आसान होता है। 


पता नहीं मैं अभी किन मीडिया-मूर्खों को यह सब बता रहा हूँ।

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