Tuesday 14 February 2017

संबिधान के जन्म जात बिरोधी

आर एस एस और भारत जलाओ पार्टी 
तो भारतीय संबिधान के जन्म जात बिरोधी हैं ही समाज बादी पार्टी और उनका पूरा कुनबा उससे दो कदम आगे है आप भी देखिये और सोचिये


1-जब अगस्त 1990 में मान्यवर कांसीराम बहन सुश्री मायावती और अन्य पिछड़े नेताओं के दबाव में बी पी सिंह ने पिछड़ों के लिए आरक्षण लागू किया तब तो उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह जी की सरकार थी उन्होंने उत्तर प्रदेश में पिछड़ों के लिये आरक्षण कानून का प्रावधान क्यों नहीं किया ।
2-  आरक्षण अधिनियम 1994 के प्रभावी रहते हुए माननीय नेता जी के पुत्र और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों डिग्री कॉलेजों ,माध्यमिक शिक्षा और अन्य विभागों से आरक्षण कैसे समाप्त कर दिया
3-   सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर मेंडेटरी न होते हुए भी प्रमोसन में यस सी यस टी का रिजर्वेसन ही समाप्त नहीं किया वरन बैक डेट से उन्हें भी पदावनत कर देना जो सामान्य कोटे में प्रोन्नति पाये थे जिनके आरक्षण विरोधी मानसिकता को दर्शाता है
   अब भी समय है सम्हल जाइये और ऐसे संबिधान बिरोधी और आरक्षण बिरोधी भा ज पा और स पा को उत्तर प्रदेश से बाहर कर सर्बजन हिताय सर्बजन सुखाय संबिधान रक्षक बहुजन समाज पार्टी को वोट देकर बहन मायावती जी को पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाकर अपने संबैधानिक अधिकारों की सुरक्षा और सर्बजन हिताय सर्बजन सुखाय की सरकार बनाकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करें
    जय भीम जय भारत
 डॉ दुर्गा प्रसाद यादव
           गोरखपुर  

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