Tuesday 14 February 2017

आपसी फुट में आरक्षण को नही बचा प् रहे है

हम लोग आपसी फुट में आरक्षण को नही बचा प् रहे है और मनुवादी लोग आज ऐसी स्थिति पैदा कर दिए है कि संविधान बदलने पर आ गए है मात्र क्या हम लोग70-80 साल ही बाबा साहब के संविधान का व आरक्षण लाभ उठा पाएंगे क्या हमारी पीढ़िया फिर उसी सामाजिक मनुवादी कैंसर में जियेगी,क्या वही व्यवस्था फिर आ जायेगी जिसको बाबा साहब ने ख़तम करने के लिए दिन रात अकेले मेहनत करके हमें वरदान रूप में दे दिया है।

भाइयों आप लोगो ने कल गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली से गणतंत्र दिवस की परेड देखी होगी जरा गौर कीजियेगा की जिस महापुरुष ने संविधान लिखा है उसकेलिए किसी भी झांकी में एक पोस्टर भी नही लगवाया गया है ,बाल गंगाधर तिलक के नाम पर झांकी निकाली गयी लेकिन बाबा साहब की एक भी झांकी में नही देखा गया आप लोग ही निर्णय दे की क्या चल रहा है ऊपर बैठे लोगो के मन में जब इतनी बड़ी हस्ती के इतिहास को मिटाने में लगे है क्योंकि बाबा साहब ही हमारे इतिहास की मजबूत हस्ती है,आप लोगों से मेरा एक सवाल है क्या आपलोगो ने ये कभी देखा है कि बाबा साहब व अन्य दलित समाज के महापुरुषों की जीवनी किसी कक्षा के विषय में पढाई गयी है या पढाई जाती है क्यों ये सवाल मन में आया कभी नही क्योंकि आपको जो दिखाया जाएगा वही देखोगे और वही समझोगे और उसी अनुसार चलोगे और अपने समाज के लिए कुछ नही करोगे करोगे वही जो मनुवादियों का सिस्टम है और ये मेरा दावा है कि उनके इस सिस्टम को समझने के लिए तर्क बुद्धि का इस्तेमाल करो वर्ना खुद को धोका देने के बराबर होगा।
भाइयों आप लोगो से यही विनती है कि समस्या को समझो और एक हो जाओ जब आरक्षण रूपी वृक्ष रहेगा तो सभी उसके फल खा सकोगे नही तो इस वृक्ष की एक एक करके शाखाये काटने के लिए मनुवादी तैयार है कब आपलोगो का समर्थन मिले इन मनुवादियों को और समर्थन मिल ही रहा है जो मनुवादी पार्टीयो में आरक्षित सीट से जीतकर जा रहा है क्या वो हमारे समाज के प्रति कोई कार्य करता है यव आवश्यकता पड़ने पर संसद में बोलता है नहीं केवल बहन मायावती ही दहाड़ कर बोलती है तो क्यों नही हमारा वोट उन्हें मिलना चाहिए जिससे उनकी ताकत और भी बढे और हमारी भी ताकत संसद में भी बढे,सरकारी कर्मचारियों में आरक्षित वर्ग को प्रमोशन में आरक्षण के बिल को सपा सरकार ने हमारे sc विधायक से बिल को फढवाया था और फाड़ने वाला हमारे ही समाज से था किंतु वह पार्टी दूसरी थी यदि बसपा होती तो क्या ऐसा होता नही उसके बाद यूपी सरकारी कर्मचारियों के प्रमोशन रोक दिए गए और जो अब तक प्रोमोट हुए थे सबको डिमोट कर दिया गया,
इस पर हमारे समाज की एक समिति(आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति) ने काफी संघर्ष किया लेकिन सफल नही हुई,उनकी इस बार आशा है सायद हमारी अर्थात बहनजी की सर्कार आये तो फिर बात बने,इसलिए दोस्तों मैं एक बार फिर आपलोगो से अनुराध करता हूं कि अपना वोट सिर्फ सिर्फ बसपा को दे,सिर्फ बसपा को दे।जय भीम दोस्तों ,जय भीम,जय भीम,जय संविधान,जय संविधान,जय भारत।    

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