Sunday, 26 February 2017

दलित विधायक चन्द्रकान्ता मेघवाल

राजस्थान। कोटा जिले की अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित रामगंज मंडी विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती चन्द्रकान्ता मेघवाल के साथ कोटा के महावीर नगर थाने में जमकर बदतमीजी की गईं। उनके साथ मारपीट की गई। धक्का मुक्की एवं मारपीट के चलते वे जमीन पर गिर गई। उनके वस्त्रों तक से खींचतान की गई और शर्मनाक स्तर पर उतर कर अभद्रता की गई।


दलित विधायक चन्द्रकान्ता मेघवाल भाजपा में अपनी बोल्ड छवि के चलते काफी समय से सबके निशाने पर है। उन्होंने पार्टी लाइन और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की नाराजगी की परवाह किये बगैर नागौर जिले के डांगावास गांव में हुए दलित नरसंहार का जमकर विरोध किया था। वे एक मात्र विधायक थी जो मारे गए दलितों के परिजनों से डांगावास जा कर मुलाकात की और बाद में वे अजमेर हॉस्पिटल जा कर घायलों से भी मिल कर आई। उन्होंने डांगावास कांड की सीबीआई जांच की मांग उठाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा। तब से ही विधायक चन्द्रकान्ता मेघवाल अपनी ही सरकार तथा पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गई है। उनको नीचा दिखाने की हर तरह से कोशिश की जाती रही है। एलएलबी परीक्षा प्रकरण तथा मंत्रिमंडल गठन में चन्द्रकान्ता की उपेक्षा इसका जीवंत उदहारण माने जा सकते है।


अब जिस तरह से उनके ही शासन में थाने में भाजपा की इस तेजतर्रार महिला विधायक को पीटा गया है ,उसमे पुलिस की भूमिका पर बड़ा सवालिया निशान लग रहा है।जिस तरह से विधायक मेघवाल और जिला प्रमुख के थाने में पंहुचने पर हिरासत में लेने की खबरें आ रही है ,साथ ही उसी दौरान विधायक की पिटाई कर दिया जाना लोगों के मनों में कई सवाल खड़े कर रहा है।


राजस्थान में इस समय एक दो कर छोड़ कर लगभग सारे ही अनुसूचित जाति के एमएलए भाजपा से चुने गए है।मगर उनकी हालत काफी बुरी बताई जाती है।अभी कुछ ही दिन पहले इसी कोटा संभाग के एक अन्य दलित भाजपा विधायक रामलाल मेघवाल ने आरोप लगाया कि उन्हें ज़िंदा जला देने की कोशिश हुयी है।इस प्रकार के घटनाक्रम के चलते दलित संगठनों ने राज्य सरकार की कानून और व्यवस्था पर पकड़ ख़त्म हो जाने के आरोप लगाना शुरू कर दिया है। इस वक़्त जबकि यूपी व अन्य राज्यों में चुनाव चल रहे है।भाजपा के ही शासित राज्य में भाजपा की ही एक दलित महिला विधायक के साथ थाने में हुयी मारपीट एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।एक तरफ राज्य सरकार इस घटना पर उच्च स्तरीय लीपा पोती करने में जुटी हुई है ,वही मेघवाल समाज तथा दलित बहुजन संगठन चन्द्रकान्ता मेघवाल के पक्ष में कल से धरने ,प्रदर्शन तथा ज्ञापन देने के ऐलान कर रहे है।


कोटा जहाँ पर यह घटना घटी है,इसी हंगामे के बाद एक पेट्रोल पम्प लगी भयंकर आग को भी इससे जोड़ा जा रहा है।कहा तो यहाँ तक जा रहा है कि विधायक मेघवाल के पति पर सारा दोष मढ़ने की कोशिशें हो रही है।मीडिया पर भी सुनियोजित तरीके से यही फैलाया जा रहा है कि किसी वाहन का चालान काटने को लेकर हुयी कहा सुनी के दौरान विधायक के पति नरेंद्र मेघवाल ने पुलिस के सीआई श्रीराम बसेड़ा को थप्पड़ जड़ दिया था।शायद पुलिस ने इस थप्पड़ का जवाब उसी थाने में विधायक की पिटाई करवा कर दिया है।

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