हमने अपने बच्चों को क्या नहीं दिया???? जानिये?????
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(1) -हम अपने बच्चों को यह नहीं बता पाये कि बेटा अगर महात्मा फुले ने शिक्षा की शुरुआत नहीं की होती तो मुझे पढ़ने-लिखने का अधिकार नही मिलता और तेरी मम्मीभी पढ़ी- लिखी नहीं होती और अगर तेरी माँ पढ़ी- लिखी नही होती तो बेटा तेरी परवरिश भी अच्छी नही हो पाती।।
(2)-हम अपने बच्चों को यह नही समझा पाये की बेटा अगर छत्रपति शाहू जी महाराज ने1902 में आरक्षण की शुरुआत नहीं की होती और बाबा साहब ने 1950 में इसे लागु नहीं किया होता तो मुझे यानि तेरे बाप को कभी नौकरी नही मिली होती।।
(3) -हम अपने बच्चों को यह नहीं समझा पाये की बेटा अगर मेरी नौकरी नहीं होती तो न तू शिक्षा ले सकता था और न मै रण विजय और रणधीर होता अगर बाबा न होते तो में किसी ठाकुर-जमीदार के घर का दुखीराम या दयाराम होता और तू हमारे घर का पलटू राम होता।।
(4) -हम अपने बच्चों को अपने महापुरुषो का सच्चा इतिहास नहीं बता पाये और इस तरह हमने एक अज्ञानी पीढ़ी तैयार कर दी जो 'जय भीम', बोलने की बजाय अपने दुश्मनो का दिया हुआ खाकी नेकर पहन कर शाखा में जाता है और 6 दिसम्बर बाबा साहब की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने की जगह शौर्य दिवस की बधाई देने लग गया??
💦बाबा साहब ने कहा था ""जो कौम अपना इतिहास नहीं जानती वो अपना इतिहास कभी नहीं बना सकती""
💦"बाबा साहब के गुरु तथागत बुद्ध,संत कबीर और राष्ट्रपिता ज्योति राव फूुले थे।
बाबा साहेब ने स्वयं कहा है कि यदि ज्योति राव फूले न होते तो मैं भी न होता।।
💥इसीलिए हमारे लिए सभी महापुरुष बहुत मायने रखते हैं। अपने राज्य में 50% आरक्षण की व्यवस्था सबसे पहले लागू करने वाले छत्रपति राजर्षि शाहू महाराज को क्या आप भूल सकते हैं!!!! ???? नहीं न !!!
💦बाबा साहेब ने कहा था-
एक पांच साल का ब्राह्मण पुत्र अपना पांच सौ साल का इतिहास जानता है वहीं हमारा पचास साल का व्यक्ति अपना सौ साल का भी इतिहास नहीं जानता है ये एक दुर्भाग्य है और दुर्भाग्य की बात है।.
इसलिये मेरा आपसे निवेदन है कि अपने बच्चों को अपने महापुरुषों का सच्चा इतिहास बताओ तब आपको अपने बच्चों पर पढ़ने के लिये दवाब नहीं डालना पडेगा वो अपना सच्चा इतिहास जानकर खुद ही पढ़ने जायेगा।।
आने वाली पीढ़ी को ज्ञानवान बनायेगा।।।।
🙏जय भीम 🙏
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