Tuesday 14 March 2017

आज से भारत का संविधान ख़त्म

 ओबीसी भाइयो यदि आपसे यह कह दिया जाय कि आज से भारत का संविधान ख़त्म और पुराने कानून प्रारम्भ तो क्या आपको पता है की आपके साथ क्या होगा।

आइये बताते है:-

👉1.शिक्षा का अधिकार ख़त्म
🔹इसका अर्थ यह हुआ कि आपके बच्चे स्कूल/कॉलेज नही जा सकते वह अच्छी पढाई नही कर सकते उन्हें सेवा के काम ही करना पड़ेगा।
👉2.स्वेच्छा से व्यापार करने का अधिकार ख़त्म
🔹इसका अर्थ यह हुआ कि आपके पूर्वज जो भी नीच काम करते आये है वही आपको भी करना पड़ेगा इससे आप बच नही सकते है यदि आप अपने पारम्परिक कार्य से अलग कुछ करते पाये गए तो आपको इसकी सजा भगतनी पड़ेगी।
👉3.धन रखने का अधिकार ख़त्म
🔹अर्थात यदि आपने अपने पास किसी भी प्रकार की सम्पति रखी है तो आप अपराधी है जिसकी आपको सजा मिलेगी।
👉4.अपने तन पर अच्छे वस्त्र पहनने का अधिकार ख़त्म
🔹अर्थात आप इच्छानुसार अपने शरीर पर अच्छे कपडे नही पहन सकते है आपको वही फटे पुराने कपडे पहनने होंगे जिससे दूर से ही आपकी पहचान हो जाये।
👉5.शिक्षाप्रद बातें सुनने का अधिकार ख़त्म
🔹अर्थात यदि आप कुछ अच्छी बातें सुनते हुए पाये गए तो आपके कान में शीशा पिघलाकर डाल दिया जायेगा जिससे आप दोबारा कुछ ना सुनने पाये।
👉6.आरक्षण से नौकरी पाने का अधिकार ख़त्म
🔹आज जो ओबीसी/एससी/एसटी के लोग चपरासी से लेकर मुख्य सचिव तक का पद गर्व से धारण किये हुए है वे एक ही सेकंड में अर्श से फर्श पर आ जायेंगे और उन्हें वही अपना-अपना नीचतापूर्ण काम करना होगा।
👉7.खुद से अपने बच्चों का अच्छा नाम रखने का अधिकार ख़त्म
🔹अर्थात उन्हें पंडितो के बताये हुए सेवको के नाम रखने होंगे।
👉8.एससी/एसटी की सुरक्षा के लिए बनाये गए कानून ख़त्म
🔹अर्थात कोई भी ठाकुर, पंडित किसी भी चमार, खटीक, पासी, धोबी, मुसहर आदि जातियो को बिना उसकी गलती के कही भी मार-पीट सकता है और वे लोग पंडितो, ठाकुरो का कुछ नही कर सकते।
👉9.हमारे समाज की महिलाओं को दिए गए अधिकार ख़त्म
🔹अर्थात सवर्ण जाति के लोग उनकी बहन बेटियो के साथ तो कुछ करेंगे नही लेकिन हमारी बहन बेटियो की इज्जत से हमेशा खिलवाड़ करेंगे।
😂😂😂😂😂😂😂😂😂
सोचिये ऊपर की बातें पढ़ने में कितनी ख़राब लग रही है ना लेकिन ऐसा हुआ है हमारे पूर्वजों के साथ, जितना लिखा गया है उससे कही ज्यादा मुसीबत हमारे पूर्वजों द्वारा झेली गयी है!
🔹बहुत कष्ट परेशानियों एवं मुसीबतो को झेलने के बाद, छत्रपति शिवाजी महाराजा, ज्योतिवा फुले, पेरियर, शाहूजी महाराज, बी.पी.मंडल,बाबा साहेब आंबेडकर आदि ने हमे ये संविधान दिया है इसको किसी भी हाल खत्म नहीं होने देना है, 

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