Tuesday, 14 March 2017

मै नास्तिक हु

तीन सवाल!

1 अगर रावण महापंडित था , तो आजतक किसी पंडित/ब्राह्मण ने अपना नाम "रावण"क्योँ नहीं रखा ?

2 अगर बुद्ध विष्णु के अवतार थे तो किसी भी हिन्दू मंदिर में गौतम बुद्ध की प्रतिमा क्यों नहीं होती ?
 कोई भी हिन्दू धर्म के ठेकेदार ने अपने बच्चे का नाम "तथागत"या "महात्मा बुद्ध" क्यों नहीँ रखा?

3 कोई सवर्ण आदमी अपने बच्चे का नाम "वाल्मीकि" क्योँ नहीं रखता?

ब्राह्मण कितना भी योग्य हो और कितने भी बड़े पद पर विराजमान हो, वह अपनी ब्राह्मणवादी, असमानतावादी सोच से पीड़ित रहता है। येसे ही एक व्यक्ति थे- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी.
इनका नाम आप सबने सुना होगा। स्वतंत्र भारत में लार्ड माउंटबेटन के बाद ये 21 जून 1948 से 26 जनवरी 1950 तक भारत के गवर्नर जनरल रहे हैं।
ब्राह्मण जाति के चक्रवर्ती राजगोपालाचारी 10 अप्रैल 1952 से 13 अप्रैल 1954 तक मद्रास (तमिलनाडु) राज्य के मुख्यमंत्री रहे। 1952 में इन्होंने प्राथमिक शिक्षा को लेकर एक मनुवादी फरमान जारी किया था। जारी इस शिक्षा नीति के अनुसार बच्चों को स्कूल में पिता के पेशे वाली शिक्षा दी जानी थी।
मतलब भंगी के बेटे को मैला साफ़ करने की शिक्षा,
नाई को हज्जाम की,
बढ़ई के बेटे को फर्नीचर बनाने की,
चमार को जूता बनाने की,
पासी को ताड़ी उतारने की,
मुसहर को सूअर पालने की,
धोबी को कपड़ा धोने की,
यादव को गाय दुहने की,
कहार को डोली उठाने की,
मल्लाह को नाव चलाने की,
कुम्हार को मिट्टी के बर्तन बनाने की शिक्षा दिया जाना तय किया गया था।
जबकि ब्राह्मण, राजपूत और वैश्य के बच्चों को संस्कृत, धर्म, साहित्य, तकनीक, अस्त्र-शस्त्र, घुड़सवारी, अकाउंट, गणित, बिजनेस आदि की शिक्षा दिया जाना तय किया गया था।
मतलब सवर्णों का बच्चा वैज्ञानिक शिक्षा पाकर उच्च अधिकारी बनता, और हमारे लोग जहां थे, वही रह जाते। इतना ही नहीं। उस बेहूदे ने हमारे समाज की लड़कियों के लिए तनिक भी नहीं सोचा कि वे क्या पढ़ेगी? आज थोड़ा अलग मामला है। आज ब्राह्मण हमारे लोगों को सभ्यता-संस्कृति के नाम पर हिंदी-संस्कृत पढ़ने को कहते हैं और अपने बच्चों को विदेश में इंग्लिश मीडियम में पढ़ाते हैं। उस समय मद्रास में पेरियार ई. वी. रामासामी नायकर ने मनुवादी फरमान का जमकर विरोध किया। मजबूरन इस शिक्षा नीति को वापस करना पड़ा। आज भी ब्राह्मणों की होशियारी से सावधान रहने की जरूरत है।

                        !जय भीम!
                   !!जय मूलनिवासी!!
                     !!!जय भारत !!!         


मै नास्तिक हु । ये मेरी निजी सोच है।
👉लोग कहते हैं कि कण कण मे भगवान है, अगर कण कण मे भगवान है तो कण कण मे भ्रष्टाचार क्यों है ?
👉अगर कण मे कण भगवान है तो लोग जगह जगह अपना मल , मूत्र त्याग कर क्या भगवान को अपवित्र नही बना रहे ?
👉लोग कहते हैं कि बगैर भगवान की मर्जी के पत्ता भी नही हिलता,
तो क्या भगवान चोरी भी करवाता है?
👉जब सब कुछ भगवान की मर्जी से होता है तो भगवान बलात्कार भी करवाता होगा ?
डकैती भी डलवाता होगा?
अगर यह सब भगवान ही करवाता है तो कितना निर्दयी है भगवान !
👉लोग कहते हैं कि भगवान गरीबो, मजलूमों, असहायों की रक्षा करता है ।
तो भारत की आधे से अधिक आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने के लिए मजबूर क्यों है ?
भगवान क्यों नही इन्हें अमीर बना देता ?
👉दुनिया मे हर कहीं असहाय, मजलूम ही प्रताडित हो रहा है , भगवान क्यों नही इनकी मदद करता ?
👉लोग कहते है कि भगवान दुष्ट, चोर,गुण्डो को सजा देता है।
👉तो फिर जगह जगह चोरी डकैती, गुण्डागर्दी क्यों हो रही है ?
👉अगर भगवान इनको रोकने मे सक्षमउ है तो पुलिस ,सेना, कोर्ट कचहरी क्यों है ?
🌹👉सच यह है कि भगवान कुछ नही कर सकता
👉आज तो भगवान की खुद शामत आ गयी है ।
आंतकवादी मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा, चर्च देखकर ब्लास्ट कर रहा है, भगवान अपना बचाव नही कर पा रहा है ।
भगवान की अष्टधातु मूर्तियों को चोर चुरा कर अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे बेंच कर करोडो कमा रहा है,
👉भगवान अपनी रक्षा नही कर पा रहा है ।
कितना बेबस है भगवान !
👉लोग कहते है कि भगवान दूसरो को पवित्र बनाता है, अपने दर्शन से ।
👉लेकिन यह भगवान मूलनिवासीयों के छूने से ही छुईमुई के पौधे की तरह खुद सिकुड जाता है ।
मूलनिवासी के छूने से अपवित्र हो जाता है ।
और फिर गाय, भैंस, बकरी की पाखाना, पिसाब से पवित्र हो जाता है ।
👉कैसा भगवान है ?
भगवान जब सबसे ताकतवर है तो उसकी सिक्युरिटी मे पुलिस ,, कमाण्डों , सेना क्यों लगायी जाती है ?
👉किसी भी धार्मिक स्थल पर जाइए, वहां गेट पर सबसे ज्यादा लूले,लंगडे,अपाहिज ,कोढी,लाइन लगाये रहते है,
अंधे को आंख देत ,कोढिन को काया वाला भगवान कहां रहता है, क्यों नही इनकी समस्या दूर कर देता है ?

👉भगवान सिर्फ एक अन्धविश्वास है।और कुछ नहीं।😀     

1 comment:

  1. एक सवाल जिसका आप सभी तर्कपूर्ण दें जवाब -


    😎कागज का आविष्कार किसने किया ?.. इंसान ने ।

    😎आग का आविष्कार किसने किया ?..इंसान ने ।

    😎चक्के का आविष्कार किसने किया ?..इंसान ने ।

    😎खेती का आविष्कार किसने किया ?...इंसान ने ।

    😎बड़े बड़े घर, बंगले किसने बनाऐ ?...इंसान ने ।

    😎जहाज का आविष्कार किसने किया ?...इंसान ने ।

    😎हवाई जहाज का आविष्कार किया ?...इंसान ने ।

    😎कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया ?...इंसान ने ।

    😎मोबाइल्स फोन का आविष्कार किया ?...इंसान ने ।

    😎गाड़ियाँ किसने बनायीं ?...इंसान ने ।

    😎घर में आराम, सुख चैन के लिए जो चीजे इस्तेमाल करते हो वो किसने बनायीं?

    वो भी इंसान ने ।

    😎जिस FB, Whats app पे ये पोस्ट पढ़ रहे हो उसे किसने बनाया ?

    इंसान ने ।

    😎समाज किसने निर्माण किया ?...इंसान ने ।

    😎धर्म का निर्माण किसने किया ?...इंसान ने ।

    😎मंदिर मस्जिद किसने बनाये ?...इंसान ने ।

    😎मंदिरों, मस्जिदों में भगवान, अल्लाह, GOD किसने बिठाये ?

    इंसान ने...


    🌟कमाल की बात है एक भी काम भगवान ने नहीं किया है।🌟


    👉🏾जो कुछ भी किया इंसान ने ही किया है।

    👉🏾फिर भी लोग इंसान से ज्यादा भगवान के चमत्कार को मानते हैं।

    👉🏾हम इन्सानों ने ही अपने स्वार्थ के लिए भगवान का निर्माण किया है।

    👉🏾क्योंकि :-

    😳

    1) मनुष्य के अलावा दुनिया का एक भी प्राणी भगवान को नही मानता।

    😳

    2) जहाँ इन्सान नही पहुँचा वहाँ एक भी मंदिर - मस्जिद या चर्च नही मिला।

    😳

    3) अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवता है। इसका मतलब इन्सान को जैसी कल्पना सूझी वैसा भगवान बनाया गया।

    😳

    4) दुनिया मे अनेक धर्म पंथ और उनके अपने-अपने देवता है। इसका अर्थ भगवान भी एक नही।

    😳

    5) दिन प्रतिदिन नये नये भगवान तैयार हो रहे है।

    😳

    6) अलग-अलग प्रार्थनायें है।

    😳

    7) ' माना तो भगवान - नही तो पत्थर ' यह कहावत ऐसे ही नही बनी।

    😳

    8) दुनिया मे देवताओं के अलग-अलग आकार और उनको प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग पुजा विधान।

    😳

    9) अभी तक किसी इन्सान को भगवान मिलने के कोई प्रमाण नही है।

    😳

    10) भगवान को मानने वाला और नही मानने वाला भी समान जिंदगी जीता है।

    😳

    11) भगवान किसी का भी भला या बुरा नही कर सकता।

    😳

    12) भगवान भ्रष्टाचार, अन्याय, चोरी, बलात्कार, आतंकवाद, अराजकता रोक नही सकता।

    😳

    13) छोटे मासुम बच्चों पर बंदुक से गोलियाॅ दागने वालों के हाथ भगवान नही पकड़ सकता।

    😳

    14) मंदिर, मठ, आश्रम, प्रार्थना- स्थल जहाॅ माना जाता है कि भगवान का वास होता है वहाँ भी बच्चे महिलाएँ सुरक्षित नहीं हैं।

    😳

    15) मंदिर, मस्जिद, चर्च को गिराते समय एक भी भगवान ने सामने आकर विरोध नही किया।

    😳

    16) बिना अभ्यास किये एक भी छात्र को परीक्षा में भगवान ने पास किया हो ऐसा एक भी उदाहरण आज तक सुनने को नही मिला।

    😳

    17) बहोत सारे भगवान ऐसे है जिनको 25 साल पहिले कोई नही जानता था।और अब वह प्रख्यात भगवान हो गये हैं।

    😳

    18) खुद को भगवान समझने वाले अब जेल कि हवा खा रहे है।

    😳

    19) दुनिया मे करोडों लोग भगवान को नही मानते। फिर भी वह सुख चैन से रह रहे है।

    😳

    20)हिन्दु अल्लाह को नही मानते ,

    मुस्लिम भगवान को नही मानते।

    इसाई भगवान और अल्लाह को नही मानते।

    हिन्दु मुस्लिम गाॅड को नही मानते।

    😳

    फिर भी भगवानों ने एक दूसरे को नही पूछा कि ऐसा क्यो ?


    😍 ज्ञान का दीप जलाओ 😍

    भगवान् नाम की पैदाइश शैतान दिमाग की उपज है। जिस दिन मंदिरों,मसजिदों,गिरजाघरों में और इन मानव निर्मित तथाकथित भगवानों के आगे चढ़ावा चढ़ना बंद हो जाएगा, उसी दिन ये पुजारी इन मंदिरों से इन मूर्तियों को निकाल कर अपना दूसरा काम - धंधा शुरू कर देंगे।


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