Tuesday, 14 March 2017

षड़यंत्रकारी नीति के तहत हरायी गयी

 विश्व प्रसिद्ध बहुजन समाज पार्टी
हारी नही है बल्कि विदेशी आर्य
मनुवादी ब्राह्मणवादी सोची समझी
षड़यंत्रकारी नीति के तहत हरायी गयी
है। इवीएम मशीन में चुनाव चिन्ह हाथी
और चुनाव चिन्ह कमल के चिन्हों को आपस में आन्तरिक कनेक्शन बदलने से और
विदेशी आर्य मनुवादी ब्राह्मणवादी
अधिकारियों ने भारतीय जनता
पार्टी से करोड़ों रूपए रुपये लेकर और
करोड़ों रुपये नोटबंदी दौरान
बदलवाकर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों की तकनीकी
अज्ञानता का लाभ उठाकर बहुजन
समाज पार्टी के चुनाव परिणामों को
भारतीय जनता पार्टी के चुनाव
परिणाम बताकर घोषित कर दिया है।
इसलिए बहुजन समाज पार्टी की 317 सीटों को भारतीय जनता पार्टी की
और भारतीय जनता पार्टी की 24
सीटों को बहुजन समाज पार्टी की
सीटें घोषित की गयी है। और आजादी
के सत्तर वर्षों बाद विदेशी आर्य
मनुवादी ब्राह्मणवादी कांग्रेस पार्टी की मिली भगत से विदेशी आर्य
मनुवादी ब्राह्मणवादी नरेन्द्र मोदी
सरकार द्वारा लिया गया नोटबंदी
का फैसला आयरन लेडी सुश्री बहन
मायावती जी को देश और प्रदेश की
सत्ता से बाहर करने के लिए ही किया गया था क्योंकि वे जानते थे कि अगर
सन 2017 में उत्तर प्रदेश चुनाव जीतने के
बाद आयरन लेडी सुश्री बहन मायावती
जी मुख्यमंत्री बनती है तो फिर सन
2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव
जीत कर वे प्रधानमंत्री बन जायेंगी और फिर हमारा नोटबंदी आदि से किये
घोटालों का पैसा जब्त कर लेंगी
जिससे हम कंगाल हो जायेंगे।
जब तक सूरज चाँद रहेगा, बाबा साहेब
का नाम रहेगा।
भीमराव की अन्तिम इक्षा, पराधीन से मरना अच्छा।
कांशीराम की नेक कमाई, जिन्होंने
सोती बहुजन कौम जगाई।
बाबा साहेब का मिशन अधूरा, सुश्री
बहन मायावती करेंगी पूरा।
मायावती आप संघर्ष करो, बहुजन समाज आपके साथ है।
देश का प्रधानमंत्री कैसा हो, आयरन
लेडी सुश्री बहन मायावती जैसा हो।
यू.पी. और भारत की मजबूरी है, सुश्री
बहन मायावती जरूरी है।
सारे विश्व में एक ही शोर ऐरावत हाँथी चला विजय की ओर।
चलेगा हाँथी उड़ेगी धूल, न रहेगाी
साइकिल पंजा न रहेगा कमल का फूल।
चढ़, मनुवादी गुण्डों की छाती पर, बटन
दबाओं हाँथी पर।
खण्ड खण्ड पाखण्ड करो, दान दक्षिणा बन्द करो।
ब्राह्मण बनिया ठाकुर छोड़, बाँकि
सब है डी. एस. फोर।
दलित शोषित मुस्लिम सिख ईसाई
बौद्ध करो विचार, कब तक सहोगे
हिंसा अन्याय और अत्याचार। तिलक तराजू और तलवार इनके मारो जूते
चार।
पच्चासी पर पन्द्रह का राज, नही
चलेगा नही चलेगा।
जिसकी जितनी संख्या भारी, उतनी
उसकी हिस्सेदारी। वोट से लेंगे सी. एम, पी. एम, आरक्षण से
एस. पी, डी. एम.।
आरक्षण कोई भीख नही, यह अधिकार
हमारा है।
तख्त पलट दो ताज पलट दो, बेईमानों
का राज पलट दो। धन धरती अब बँट के रहेगी, भूखी जनता
चुप न रहेगी।
कांशीराम के बब्बर शेरों, ब्राह्मणवाद
की जड़े उखाड़ों।
जय भीम का नारा गूँजेंगा विश्व के
कोने कोने पर। जो बहुजन से टकरायेगा, चूर चूर हो
जायेगा।
निकलो घर और मकानों से, जंग लड़ो
बेईमानों से।
दलितों और शोषितों ने ललकारा है,
अखण्ड भारत वर्ष हमारा है। जो बहुजन हित की बात करेगा, वही देश
पर राज करेगा।
जब देश का बहुजन जागेगा, काला
विदेशी आर्य यहाँ से भागेगा।
परमपूज्य तथागत भगवान गौतम बुद्ध की
जय! परमपूज्य नागवंशी सम्राट अशोक महान
अमर रहे!
परमपूज्य नागवंशी छत्रपति शिवाजी
महाराज अमर रहें
परमपूज्य विश्वरत्न बोधिसत्व बाबा
साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर अमर रहे! बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम
साहेब अमर रहें!
विश्व प्रसिद्ध राजनेत्री बहुजन
महानायिका आयरन लेडी सुश्री बहन
मायावती जी जिन्दावाद -
जिन्दावाद! बहुजन समाज पार्टी जिन्दावाद -
जिन्दावाद!
जय भीम नमो बुद्धाय जय भारत जय
बहुजन समाज#                      #HARENDRA RAJ#(Raj Heiry)   

4 comments:

  1. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  2. "न मैं गिरा,और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे..!
    पर.. लोग मुझे गिराने मे कई बार गिरे...!!"


    सवाल जहर का नहीं था वो तो मैं पी गया,

    तकलीफ लोगों को तब हुई, जब मैं जी गया.


    जय भीम

    ReplyDelete
  3. बसपा के हारने पर ज्यादा टैन्शन लेने की जरूरत नही है, क्योकि

    1950 के दशक से हमने पढना-लिखना शुरू किया!!

    1970 के दशक से नौकरिया मिलना और आर्थिक हालात सुधरने शुरू हुए!!

    1990 के दशक से सक्रिय राजनीति मे भाग लेना शुरू किया!!

    और ध्यान रहे,,

    आप मात्र 27 साल के राजनीतिक अनुभव से उन लोगो से टक्कर ले रहे हो, जिनका पिछले 5000 सालो से राजनीति मे वर्चस्व है!

    आपका फाईट मे बने रहना और 23% वोटबैक हासिल करना, बिना किसी मीडिया की सहायता से अपने आप मे विजयी होने जैसा है!

    ReplyDelete
  4. जनपद मैनपुरी में एक अच्छा सन्देश देने वाली घटना हुई जिसको आप सभी को शेयर करना चाहूंगा । एक गांव में एक जाटव और एक यादव मित्र सुबह सुबह टहलने निकले कि रास्ते में एक ठाकुर मिल गया । दोनों को देखकर बोला कि देखो! चमरिया हार गई । अब देखें चमार कहाँ जाते हैं ? यादव भाई बोले देखो भैया ये ठाकुर तुमको गाली दे रहा है ।मारो साले को ।जाटव भाई ने जवाब दिया तुम ही मारो क्योंकि बसपा से हमारे यादव जी हारे हैं इसलिए आज ये ऐसे कह रहा है वरना इसकी इतनी हिम्मत कहाँ ? इस पर यादव भाई ने कहा कि चलो अब हम दोनों मिलकर इसे मारते हैं । और दोनों ने मिलकर अच्छी धुनाई कर दी और अपने नेताओं को इस घटना की खबर कर दी। बाद में जब ठाकुरों ने ये सुना तो वे हुजूम बनाकर जाटव भाई के घर की ओर चल दिए ।वहां पहुंचते ही उन्होंने देखा कि जाटव भाई के घर पर पहले से ही यादवों और जाटवों की भारी भीड़ इकट्ठी हो चुकी थी इससे ठाकुरों का मिजाज बदल गया । और बोले कि जो हुआ सो हुआ अब हमको समझौता कर लेना चाहिए लेकिन जाटव भाई को पैर छूने पड़ेंगे। इसपर यादव और जाटव बोले ठीक है हम अपने प्रतिष्ठित लोगों से भी पूछ लें । प्रतिष्ठित लोगों ने अभी स्पष्ट निर्णय नहीं लिया है कि किसी के पैर छुएं अथवा नहीं । कुछ लोग कहते हैं हम पैर क्यों छुएं जब हमारी बहन जी को कोई गाली देता है ।दूसरी और कुछ लोग कह रहे हैं कि चलो मार तो लिया ही है किसी बुज़ुर्ग के पैर छू लेने में क्या हर्ज है ?

    बहरहाल अब समय आ गया कि हमारे समाज के sc st obc और धार्मिक अल्पसंख्यकों पर किसी पर दुश्मन आक्रमण करे तो बिना देर किये हर तरह की मदद के लिए एक हो जाना चाहिए ।दुश्मन की सोच तो स्वतः बदल जायेगी ।

    ReplyDelete