Saturday, 5 August 2017

इजराइल (Israel)

इजराइल (Israel) 
दुनिया के सबसे छोटे व नए राष्ट्रों में से एक है, जो चारों तरफ से दुश्मन देशों से गिरा हुआ है और दुश्मन देश भी ऐसे हैं जो इज़राइल (Israel) को किसी भी तरीके से खत्म कर देना चाहते हैं, लेकिन फिर भी इजराइल से उसके शत्रु देश घबराते है, इजराइल नहीं। इस पोस्ट में इजराइल की ताकत, उसके लोगों के बारे में हम जानेंगे, परंतु संक्षिप्त रुप से आपको बता दिया गया है कि इजराइल किस तरह का देश है। इसराइल (Israel) के शत्रु देश भी कहते हैं की इजराइल सदा अपने दुश्मनों के घर में घुस कर उन्हें मारने की फ़िराक में रहता है। यह सब संभव हुआ इजराइल (Israel) के स्वाभिमानी एवं देशभक्त लोगों की वजह से आइए जानते हैं इजराइल के बारे में कुछ ऐसे रोचक तथ्य जिन्हें आज के समय में हर भारतीय को पता होना बहुत जरूरी है।

इजराइल के रोचक तथ्य – Amazing Israel Facts :

 1. इजराइल (Israel) दुनिया का एकमात्र यहूदी राष्ट है तथा इजरायल की यह नीति है कि पूरी दुनिया में अगर कहीं भी कोई भी यहूदी रहता है तो वह इजरायल का नागरिक माना जाएगा।

2. दुनिया के सबसे नए राष्ट्रों में इजराइल (Israel) एक राष्ट्र है जिसकी उम्र केवल 67 वर्ष है।

3. इजराइल (Israel) के धर्म के बाद अब बात करते हैं इजरायली राष्ट्रीय भाषा की तो हम बता दें कि इसराइल की राष्ट्र भाषा हिब्रू है तथा हिब्रू के बारे में यह कहा जाता है कि मध्यकाल में हिब्रू भाषा का अंत हो गया था तथा इस भाषा को कोई भी सीखने वाला नहीं बचा था। लेकिन इजरायल की स्थापना के बाद राष्ट्र भक्त यहूदीयो ने अपनी भाषा हिब्रू को इजराइल अधिकारिक भाषा बनाया और इस प्रकार हिब्रू का पुनःजन्म हुआ। इजराइल की दो अधिकारिक भाषा है, हिब्रू और अरबी। यह अपने भारत की तरह नहीं जिसने अपनी राष्ट्रीय भाषा बोलने में ही शर्म आती है।

4. इजराइल (Israel) की कुल जनसंख्या 90 लाख के बराबर है यानी हमारे दिल्ली शहर की जनसंख्या से भी कम। तथा चार इजराइल मिलकर भी उत्तर प्रदेश की जनसंख्या के बराबर नहीं कर सकते, परंतु इजराइल की छाप फिर भी आपको दुनिया के हर हिस्से में तथा हर विषय में मिलती है।

5. इजराइल (Israel) दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां के प्रत्येक नागरिक को मिलिट्री ट्रेनिंग अनिवार्य है तथा इजराइल का प्रत्येक नागरिक कुछ समय के लिए सेना में काम करना अनिवार्य है, चाहे वह उस देश के प्रधानमंत्री का बेटा क्यों ना हो। इसी प्रकार से इजराइल में महिलाओं को भी मिलिट्री ट्रेनिंग लेना अनिवार्य है। आप समझे मित्रों, हम तो महिलाओं को देवी के रुप में पूजते ही रह गए लेकिन वास्तविक रूप में महिला शक्ति अहमियत इसराइल में मानी जाती है।

6. खोखले वोट बैंक के कारण भारत के किसी भी प्रधानमंत्री ने अभी तक इजरायल (Israel) की कोई यात्रा नहीं की है तथा नरेंद्र मोदी जी भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने सारे वोट बैंक के मिथक तोड़ते हुए इजराइल की यात्रा की।

7. अगर हम इजरायल (Israel) की वायुसेना की बात करें तो इजरायली वायु सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। यह वायुसेना इतनी शक्तिशाली है अमेरिका तथा रूस जैसे देश भी इनसे डरते हैं। वायुसेना क्षमता के मामले में सिर्फ अमेरिका, रूस तथा चीन इजराइल से आगे हैं।

8. इजराइल (Israel) अपनी बहुत ही कम जनसंख्या व क्षेत्रफल के बावजूद दुनिया के उन दोनो देशों में शामिल है जिनके पास खुद का सेटेलाइट सिस्टम है। इजराइल की सेटेलाइट सिस्टम से जुड़ा एक तथ्य यह भी है कि इजराइल अपने सैटेलाइट किसी भी देश के साथ नहीं बाँटता तथा अपने इन सैटेलाइट की बदौलत ही इज़राइल ड्रोन चलाने की भी क्षमता रखता है।

9. इजराइल (Israel) दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जो पूर्ण रुप से एंटी बेलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम से पूर्ण है अर्थात इजराइल की पूरी सीमाओं तथा प्रत्येक हिस्से में एंटी बेलिस्टिक मिसाइल लगी हुई है। इसी कारण चारों तरफ अपने शत्रु देशो से घिरे होने के बावजूद भी इजरायल आज तक सुरक्षित है। इजराइल के ऊपर प्रतिदिन अरब देशो के पाले हुए अनेक आतंकवादी संगठन रोकेट से हमला करते हैं, लेकिन सारे रॉकेट इनके डिफेंस सिस्टम के कारण रास्ते में ही नष्ट हो जाते हैं।

10. अगर हम पर्यावरण की बात करें तो इजराइल (Israel) दुनिया का पहला और एकमात्र ऐसा देश है, जिस देश में पिछली सदी की तुलना में इस सदी अधिक वृक्ष है अर्थात इजराइल शक्ति में तो आगे है ही, लेकिन इसके अलावा वह पर्यावरण के मामले में भी बहुत ज्यादा सजग हैं।

11. इजरायली (Israel) नोटों में ब्रेल लिपि का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इसके नोट को दृष्टिहीन लोग भी पहचान सकते हैं। यह अपनी तरह का पहला ऐसा नोट है।

12. इजराइल (Israel) के जन्म से ही अनेक मुस्लिम राष्ट्र इसके शत्रु रहे हैं, जिसके कारण यह अभी तक सात बड़ी लड़ाइयां लड़ चुका है तथा एक बार तो इसके ऊपर 7 देशो ने भी हमला कर दिया था, लेकिन उस लड़ाई में भी इजराइल ने ही जीत हासिल की।

13. इजराइल (Israel) पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा GDP के अनुपात में रक्षा क्षेत्र पर ही खर्च करता है।

14. हमने आपको पहले बताया कि इसराइल (Israel) के सभी विद्यार्थी अथवा युवकों को चाहे वह लड़का हो अथवा लड़की हो, अनिवार्य रूप से सेना में जॉइनिंग करनी ही पड़ती है तथा सेना में अपनी सर्विस दौरान लड़कों की अवधि तीन साल के लिए होती है तथा लड़कियों के लिए दो साल होती है।

15. सबसे पहला फोन मोटोरोला कंपनी ने इजराइल (Israel) में ही बनाया था।

16. सबसे पहली पेंटियम चिप माइक्रोसॉफ्ट के लिए इज़राइल (Israel) में ही बनाई गई थी, तथा पहली वॉइस मेल भी इजराईल में ही विकसित की गई थी।

17. जैसा की हम पहले ही ऊपरोक्त बता चुके हैं कि इसराइल (Israel) के ऊपर एक बार सात देशो ने हमला कर दिया था तथा इस युद्ध में इसराइल ने अकेले ही उन सातों मुस्लिम देशों को एक साथ हराया था और जिस क्षेत्र को वह लोग विवादित बता रहे थे, वह भी इज़राइल ने हथिया लिया था। अर्थात हम भारतीय रीढ़विहीन नेताओं की तरह नहीं जो सारी लड़ाइयां टेबल पर हारते हुए ही चले जाएं।

18. मित्रों आपको याद होगा कि जब भी हमारे देश में आतंकवादी हमले होते हैं तो हमारे नेता जिनको हम कहें ‘रीढ़विहीन नेता’ , वह एक वाक्य बार-बार बोलते हैं कि हम इस आतंकवादी घटना की निंदा करते है, लेकिन इसराइल कभी भी इस तरह की बातें नहीं करता। इजरायल की एक सीधी सिंपल सी पॉलिसी है कि अगर किसी भी राष्ट्र या किसी भी संगठन ने हमारे देश के एक भी नागरिक को मारा तो हम उसे दुनिया के किसी भी हिस्से में ढूंढ कर उसे मार देंगे और हमारे एक नागरिक के बदले उसके 50 नागरिक मारे जाएंगे।

19. इजराइल के बारे में एक विचित्र तथ्य यह भी है कि इजराईल ने आज तक अपने किसी भी दुश्मन को जीवित नहीं छोड़ा। इजराइल के ऊपर हमला करने वाले सभी दुश्मनो की मृत्यु निश्चित है।

20. भारत का नंबर एक दुश्मन पाकिस्तान भी इसराइल से कितनी घृणा करता है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि हर पाकिस्तानी पासपोर्ट पर साफ शब्दों में लिखा होता है कि यह पासपोर्ट इजराइल को छोड़कर किस किसी भी राष्ट्र में मान्य है।

21. इजराइल का सबसे विचित्र तथ्य यह है कि आप अपनी नाक रविवार के दिन साफ नहीं कर सकते। अब ऐसा क्यों है यह तो इसराइल से ही पता करना पड़ेगा।

22. इजराइल के एक अलग राष्ट्र बनने के बाद 1952 में अमेरिका ने अल्बर्ट आइंस्टाइन को इजराइल का प्रधानमंत्री बनाने का प्रस्ताव पेश किया, लेकिन हम इस अल्बर्ट आइंस्टीन ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया।

23. दुनिया का सबसे पहला एंटीवायरस भी इजराइल में ही बना। सबसे पहला एंटीवायरस इसराइल में 1979 में बनाया गया था।

24. इजराइल में सूअर पालना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। ऐसा करने पर आपको जेल भी हो सकती है।

25. इजराइल दुनिया मैं सबसे ज्यादा हीरो की कटिंग और पोलिशिंग का केंद्र भी है। यहाँ पुरी दुनिया में सबसे ज्यादा हीरो की होल-सेल होती है।

26. दुनिया की सबसे छोटी बाइबल भी इज़राइल में बनी है जो केवल 4.16 मिलीमीटर लंबी चौड़ी है।

27. इजराइल अपनी जनसंख्या की जरूरत के हिसाब से 95% खाद्यान्न खुद उपजाता जाता है। कृषि उत्पादों के मामले में इजराइल लगभग पूरी तरह से ही आत्मनिर्भर है।

28. इजराइल के लोगों की मेहनत और बुद्धि का एक नमूना आप देखिए कि पिछले 25 सालों में इसराइल के कृषि उत्पादन में 7 गुणा बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन पानी पहले जितना प्रयोग किया जा रहा है।

29. इजराइल में लगभग 90% जनसंख्या सौर ऊर्जा का प्रयोग करती है, जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है।

30. व्यवसायिक दृष्टि से भी इसराइल दुनिया में तीसरे स्थान पर है। इजराईल में करीब 3500 से भी ज्यादा टेक्नोलॉजी कंपनी है जो पूरी दुनिया में सिलिकॉन वैली के बाद दूसरे नंबर पर आती है।

31. इजराइल मिडिल-ईस्ट में बसा हुआ एक छोटा देश है, लेकिन इजरायल की मीडिया को पूरे अरब देशों की मीडिया के मुकाबले सबसे ज्यादा आजादी हासिल है।

32. आपको जानकर हैरानी होगी कि इजराइल में केवल 40 ही किताबों की दुकानें हैं, क्यूंकि इजराइल में हर किसी व्यक्ति को सरकार ही किताब मुहैया कराती है।

33. इजराइल, पूरे अरब जगत का एकमात्र ऐसा देश है जहां महिला तथा पुरुषों को बराबरी के अधिकार प्राप्त है।

34. इजराइल के पास केवल 273 किलोमीटर लंबा समुद्री तट है लेकिन उसमें भी इज़राइल ने 137 ऑफिशियल बीच बना रखे है।

35. जनसंख्या के हिसाब से सबसे ज्यादा विश्वविद्यालय इजराइल में ही स्थित है।

36. अंत में इजराइल की आक्रामकता एवं देशभक्ति का एक छोटा सा नमूना हम आपको बताते हैं कि, 1972 में जर्मनी के म्यूनीख ओलंपिक गेम्स में फिलिस्तीन के मुस्लिम आतंकवादियों ने 12 इजरायली खिलाड़ियों को मार डाला था, तब तात्कालीन इसराइली प्रधानमंत्री ‘गोल्डा मेयर’ ने न तो इस घटना की निंदा करी और ना ही उन्होंने हमारे देश के घटिया नेताओ की तरह कोई शांति का वक्तव्य दिया बल्कि उन्होंने सारे मृत खिलाड़ियों के घरवालों को फोन करके कहा कि हम इसका बदला देंगे लेंगे तथा इसके बाद उन्होंने अपनी खुफिया एजेंसी ‘मोसाद’ को केवल इतना ही कहा कि दुनिया के किसी भी राष्ट्र किसी भी हिस्से में कोई भी आतंकवादी हो जो इस घटना में शामिल है उन्हें किसी भी तरह मार दो और उन्होंने ऐसा ही किया भी। 

मित्रों, आज भारत की जनसंख्या सवा अरब है लेकिन हमारे घटिया मानसिकता वाले नेताओं और फ्री के चक्कर में भाग रही कुछ जनता के कारण इस देश की जो दुर्गति हो रही है वह बर्दाश्त एक बाहर है| वास्तव में हमें इस इजराइल से ही सीखने की सबसे ज्यादा आवश्यकता है तभी हमारा देश भविष्य में अपना सुनहरा समय देख पाएगा। 
जय हिन्द



नरेंद्र मोदी इजराइल गए है तो भारत में बहुत से मुस्लिम नेता नाराज हो गए है 
70 साल हो गए पर कभी कोई प्रधानमंत्री इजराइल गया ही नहीं, जबकि इजराइल दुनिया में तकनीक  में वर्ल्ड लीडर है 

1999 का युद्ध हुआ था तो 1 इजराइल ही था जिसने भारत की मदद की थी और हथियार दिए थे 
इसके  पहले 1971 में भी इजराइल ने भारत की मदद की थी 

रोहित सरदाना ने आज के अपने खास कार्यक्रम में कहा की 
कोई भी प्रधानमंत्री  इजराइल नहीं गया, क्यूंकि सभी ने मुस्लिम तुष्टिकरण को देशहित से पहले रखा 

मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण, विदेश निति प्रभावित रही 

रोहित सरदाना ने कहा की कांग्रेस ने किसी प्रधानमंत्री को इजराइल इसलिए नहीं जाने दिया 
क्यूंकि कांग्रेस को डर था की मुस्लमान इस से नाराज हो जाएगा 


रोहित सरदाना ने कहा की, ये नेता है इनको देशहित से लेना देना नहीं है, इनको तुष्टिकरण और वोटबैंक से अधिक मतलब है 

बता दें की अटल बिहारी वाजपेयी भी इजराइल नहीं गए, क्यूंकि उनके सरकार में 
बहुत से सेक्युलर दल शामिल थे, जिन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी को इजराइल नहीं जाने दिया 

रोहित सरदाना ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल जाने का फैसला कर साफ़ कर दिया की 
इस सरकार के दौरान तुष्टिकरण को नहीं बल्कि देशहित को महत्त्व दिया जायेगा 


नीदरलैण्ड विश्व का सर्वाधिक नास्तिक देश है!!!
अपराध दर इतनी कम, के जेलखाने तक बन्द करने पडे!!!
100% शिक्षित लोग!!!
रहन सहन का अत्यधिक उच्च स्तर!!!
और एक हमारा देश है@
रोजाना लोग भगवा, लाल, पीले झण्डे लेके घूमते है फिर भी
भयंकर गरीबी, बढती बेरोजगार, हत्या, बलात्कार, भेदभाव, जातीय हिंसा, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, गरीबो का शोषण, 
हमारा यहाँ आम बात है।
क्या धर्म है हमारा???

*समाज" के "अनपढ़" लोग  हमारी "समस्या" नहीं है ।*

*"समाज" के "पढे़ लिखे" लोग "गलत" बात का "समर्थन" करने के लिए अपनी "बुध्दि" का उपयोग करते हैं ।* 

*ये हमारी "समस्या" है ।*

अमेरिका द्वारा तबाह होने से पहले ईराक़ और लीबिया के लोगों का जीवनस्तर और नहीं तो दक्षिण यूरोपीय देशों पुर्तगाल-स्पेन की टक्कर का हुआ करता था। तबाह करने के बाद तीसरी दुनिया जैसी स्थिति हो गई है। महिलाएं जो पढ़ती थी, दफ्तर जाती थी, खेलकूद में भाग लेती थी, अमेरिकी तबाही के बाद बहुत छोटे समय के बीच कट्टरपंथ की जंजीरों में, बुरखों में कैद कर ली गई हैं। बाकी माहौल वैसा ही बनाया गया था दुनिया में गद्दाफी के खिलाफ जैसा आज किम जॉन्ग उन के बारे में उत्तर कोरिया के बारे में बनाया जा रहा है।

किम आदमखोर है, नाश्ते में एक गिलास ठंडा खून पीता है, रोज रात इंसानी गोश्त खाता है, हर अमावस्या की रात उसके दांत और नाखून बड़े हो जाते हैं और सींग उग आते हैं, इत्यादि इत्यादि । ये खबरें आपके पास जिन आधिकारिक अनाधिकारिक स्रोतों से पहुँच रही हैं उन राष्ट्रों की उत्तर कोरिया की तबाही में क्या दिलचस्पी है, खबरें पढ़ने के साथ ये भी ध्यान रखें।

सद्दाम के पास weapons of mass destruction होने, रासायनिक व जैविक हथियार होने की एक से एक डिटेल रिपोर्ट बीबीसी, न्यू यॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट,सीएनएन, सब दिन रात चलाते थे। अंत में ऐसा कुछ नहीं मिला। पिछले साल तो ब्रिटेन की जांच कमैटी ने इस निरर्थक युद्ध में एक देश को तबाह करने और दस लाख इराकी लोगों की हत्या के लिए प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर को दोषी पाया। ठीक इसी तरह गद्दाफी की सेक्युलर सरकार को बलपूर्वक पलटकर कट्टरपंथी वर्चस्व कायम किया।

अब उत्तर कोरिया स्कैनर के रेंज में है। भारत सहित दुनिया भर का मीडिया वहां की गरीबी भुखमरी का जाप कर रहा है । लेकिन आंकड़ों पर बात करें तो उत्तर कोरिया सबसे अच्छे नहीं तो सबसे बुरे पायदान पर भी नहीं है । कुपोषण, गरीबी, स्वास्थ्य के आंकड़े एशिया उसे एक ठीक ठाक पायदान पर रखते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, आदि से कहीं बेहतर है। वहाँ के शासन को क्रूर राक्षसी आदि बताया जाता है और ये सब प्रोपेगंडा किसी गंभीर अकादमिक मंच से नहीं, कॉमेडी शोज, कार्टून, फेसबुक, ब्लॉग दुअन्नी चवन्नी वेबसाइट के ज़रिए फैलाया जाता है।

क्योंकि गंभीर अकादमिक व मीडिया मंच पर, बीबीसी आदि के अनेकों दावों को उत्तर कोरिया ने इन्हें कई सबूत सहित झूठा और नंगा साबित किया है। बाकी अगर उनमें कुछ सच्चाई रही भी हो तो उससे निपटने का काम वहाँ की जनता का है जो फिलहाल मजबूती के साथ सत्ताधारी पार्टी के साथ खड़ी है। रही मिसाइल टेस्ट, परमाणु टेस्ट की बात, तो जिस देश ने 1950-53 में हुए अमेरिकी साम्राज्यवादी हमले में अपनी तिहाई आबादी खोकर अपनी संप्रभुता की रक्षा की, जिसे तबाह करने के बाद दुनिया का एकमात्र परमाणु हत्याकांड को अंजाम दे चुका मुल्क लगातार अपने सैन्य दस्ते , टैंक और अस्त्र शस्त्र लेकर कठपुतली दक्षिण कोरिया सरकार के साथ मिलकर सीमा पर छह दशकों से खूंटा गाड़े बैठा हो, नाजायज़ पड़ोसी मुल्क दक्षिण कोरिया के भूभाग को दुनिया की सबसे बड़ी विदेशी सैन्य छावनी बना चुका हो, ऐसे में उत्तर कोरिया को अपनी रक्षा के लिए परमाणु शस्त्र बनाने का पूरा हक है । ताकि उसका भी हश्र लीबिया ,ईराक़, वियतनाम जैसा न हो।



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