Wednesday 2 August 2017

सूर्य को पानी

*सूर्य को पानी देने के अन्धविश्वास पर चोट*

👶🏻एक बार *पंडित* लोग गंगा नदी मे खड़े हो कर सूर्य को पानी दे रहे थे। 

👳🏼‍♀गुरुनानक जी ने ठीक उनके विपरीत पानी मे खड़े हो कर के पानी फेंकना शुरू कर दिया ।
👶🏻तब पंडितों ने कहा के आप इधर पानी क्यों दे रहे हों? 
👳🏼‍♀नानकजी ने सवाल पर सवाल कर दिया के आप लोग उधर पानी क्यों दे रहे हो? 
👶🏻तब पंडितों ने जवाब दिया कि हम लोग तो सूर्य देवता को पानी दे रहे हैं । 
👳🏼‍♀तब नानकजी ने कहा मै भी अपने खेतों को पानी दे रहा हूं जो करतारपुर (पंजाब) मे हैं ।
👶🏻पंडितों ने कहा तूं मूरख लगता है, भला इतनी दूर से खेतों को पानी कैसे पहुंच सकता है?
👳🏼‍♀गुरु नानक जी ने कहा जब आपका दिया हुआ पानी लाखों मील दूर सूर्य तक पहुंच सकता है, तो मेरे खेत तो यहां से सिर्फ 250 मील ही दूर हैं ।

ये सुन कर पंडित लोग हर बार की तरह शरमिंदा हो गये । 

🌞सूर्य को पानी देना एक 🦉मूर्ख  होने की निशानी है ।

इसी प्रकार, भारत इन्ही 👶🏻मूरखों से भरा पड़ा है ।
 https://youtu.be/62pzstkZZgw

*साथियो मै आपको बताना चाहता हुँ*। 

*कि जिन साथियो की मानसिकता आज भी पीछे है और जो आज तक भी वास्तविकता को नही जान पाए है*। 

*_वो लोग इस वीडियो को जरूर देखें_* ।।

*साथियो सतीश बौद्ध जी ने मनुवादियों पर बहुत करारा भाषण दिया है*।।

*ये भाषण 50 मिनट का है*- बस जरूरत है आपको इस भाषण को सुनने की ।।

*उम्मीद करता हुँ कि आप इस भाषण को पूरा सुनने की कोशिश  करेगे*। 

*मैं निवेदन करता हुँ कि अगर आप भाषण सुन न सको* 

No comments:

Post a Comment