मैडम पाठक’ को दलित स्कॉलर ने भेजा अनोखा शादी प्रस्ताव
By Bhavendra prakash Posted on June 23, 2017
नई दिल्ली। फेसबुक पर एक फोटो तेजी से वायरल हो रहा है। एक फोटो रानी पाठक (बदला हुआ नाम) की फेसबुक कवर फोटो का है। इन्हें शायद दलित होने में ज्यादा फायदा नजर आता है। इसीलिए इस फोटो में उन्होंने लिखा है ”अगले जन्म मोहे दलित ही कीजो”। शायद उनकी मंशा दलितों पर तंज कसने की रही है लेकिन बीबीएयू के एक पीएचडी स्कॉलर ने उनके लिए शादी का प्रस्ताव ऑफर किया है। अजय कुमार नाम के पीएचडी स्कॉलर ने फेसबुक पर ही शादी का प्रस्ताव रखकर यह भी बताया है कि वे क्यों उनसे शादी करना चाहते हैं और उनकी योग्यताएं क्या हैं।
पढ़िए अजय कुमार का अनोखा शादी प्रस्ताव…
#मेरा_अनोखा_शादी_का_प्रस्ताव
प्रिय रानी पाठक जी,
जब से मैंने सुना है कि तुम अगले जन्म में दलित बनना चाहती हो, तब से मैं सिर्फ तुम्हारे ही बारे में सोच रहा था। क्योकि मेरा जन्म तो अनुसूचित जाति के परिवार में हुआ है, लेकिन मेरा व्यक्तित्व विकास एक नेक “दीक्षित” परिवार (ब्राह्मण) में हुआ है।
मैं इतना पढ़कर लिखकर एक विद्वान बनना चाहता हूं लेकिन समाज की रूढ़िवादी परम्परा मुझे सिर्फ “अनुसूचित जाति” के नजरिये से ऊपर देख ही नही पा रही है। इससे मैं अपने आपको बहुत ही हीन भावना से ग्रसित महसूस करता हूँ।
लेकिन जबसे मुझे पता चला है कि तुम “अगले जन्म में दलित” बनना चाहती हो तो मेरी उम्मीदों को एक नई उड़ान मिली है। क्योंकि अगले जन्म का तो कोई भरोसा नहीं है लेकिन मैं तुम्हे इस जन्म में “दलित” बनाकर तुम्हारा सपना जरूर पूरा कर सकता हूँ। क्योंकि मैं “ब्राह्मण” बनना चाहता हूं और तुम दलित। इसलिए अगर दोनों एक दूजे से शादी कर लें तो दोनों लोगों की इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
मेरी शैक्षणिक योग्यता में “रसायन विज्ञान में पीएचडी” कर रहा हूँ, वो भी केंद्रीय विवि से। MSc भी औद्योगिक रसायन विज्ञान से किया है वो भी अलीगढ़ मुस्लिम विवि से वो भी केंद्रीय विवि है। 10वीं, 12 वीं, BSc, MSc और MPHIL सभी कक्षाएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की हैं। बेसिक शिक्षा 12 वीं तक देश के सबसे प्रतिष्ठित “जवाहर नवोदय विद्यालय” झांसी से उत्तीर्ण की।
अन्य क्रियाकलापों में स्कूल लेवल पर “राष्ट्रीय स्तर का एथलीट” रह चुका हूं, लगभग सारे खेल खेलता हूँ। कई वाद विवाद प्रतियोगाएँ जीत चुका हूं, गद्य, पद्य, हास्य, व्यंग आदि स्तर की लेखनी में महारत हासिल है। अंग्रेजी माध्यम में ही शिक्षा दीक्षा हुई है, इसलिए अंग्रेजी भी थोड़ी ठीक है।
हो सकता है रुपया संपत्ति में तुमसे कम हो सकता हूँ क्योकि मेरे पिता जी एक मजदूर थे। लेकिन मेरे पिता जी के पास अचल संपत्ति हैसियत के हिसाब से ठीकठाक है। 3 प्लाट हैं लगभग 1-1 हजार वर्गफीट के, वो भी नेशनल हाइवे के बगल में।
शारीरिक व्यक्तित्व विकास में 5 फ़ीट 8 इंच ऊंचाई है, वजन 70 किलोग्राम, वर्ण श्याम, एथलीट शरीर।
इतना सब यह दर्शाता है कि शायद मैं कुछ हद तक आपके बराबर हूँ। इसलिए आपके समक्ष शादी का प्रस्ताव रखता हूँ। अगर आप वास्तव में “दलित” बनना चाहती हैं तो एक बार मुझसे संपर्क जरूर करें और मेरे शादी के प्रस्ताव को स्वीकार करें।
अगर आप मेरे शादी का प्रस्ताव स्वीकार कर लेंगी तो “आरक्षण” सहित कई सुविधाएं तुम्हें और तुमसे होने वाली संतानों को मिलेंगी। अगर मैं तुमसे शादी कर लेता हूँ तो मैं एक ब्राह्मण बन जाऊंगा और “आरक्षण” के सारे लाभ त्याग दूंगा।
(नोट: मेरा ये शादी का प्रस्ताव आपको नीचा दिखाना तो बिल्कुल नहीं है बल्कि सामाजिक बदलाव की ओर एक प्रस्ताव है। जातिगत भेदभाव की मानसिकता से प्रेरित होकर सरेआम एक वर्ग का मजाक बनाते हैं और उन्हें भिखारी की तरह देखते हैं।)
http://www.nationaldastak.com/country-news/dalit-scholar-sent-marriage-proposal-to-madam-pathak/
संपर्क सूत्र:
अजय कुमार
पीएचडी (रसायन विज्ञान)
BBAU, लखनऊ
Email: Ajayamuchem@gmail.com
ज्यादा से ज्यादा शेयर करें जिससे मेरा शादी का प्रस्ताव उक्त इंसान तक पहुंच सकें।
By Bhavendra prakash Posted on June 23, 2017
नई दिल्ली। फेसबुक पर एक फोटो तेजी से वायरल हो रहा है। एक फोटो रानी पाठक (बदला हुआ नाम) की फेसबुक कवर फोटो का है। इन्हें शायद दलित होने में ज्यादा फायदा नजर आता है। इसीलिए इस फोटो में उन्होंने लिखा है ”अगले जन्म मोहे दलित ही कीजो”। शायद उनकी मंशा दलितों पर तंज कसने की रही है लेकिन बीबीएयू के एक पीएचडी स्कॉलर ने उनके लिए शादी का प्रस्ताव ऑफर किया है। अजय कुमार नाम के पीएचडी स्कॉलर ने फेसबुक पर ही शादी का प्रस्ताव रखकर यह भी बताया है कि वे क्यों उनसे शादी करना चाहते हैं और उनकी योग्यताएं क्या हैं।
पढ़िए अजय कुमार का अनोखा शादी प्रस्ताव…
#मेरा_अनोखा_शादी_का_प्रस्ताव
प्रिय रानी पाठक जी,
जब से मैंने सुना है कि तुम अगले जन्म में दलित बनना चाहती हो, तब से मैं सिर्फ तुम्हारे ही बारे में सोच रहा था। क्योकि मेरा जन्म तो अनुसूचित जाति के परिवार में हुआ है, लेकिन मेरा व्यक्तित्व विकास एक नेक “दीक्षित” परिवार (ब्राह्मण) में हुआ है।
मैं इतना पढ़कर लिखकर एक विद्वान बनना चाहता हूं लेकिन समाज की रूढ़िवादी परम्परा मुझे सिर्फ “अनुसूचित जाति” के नजरिये से ऊपर देख ही नही पा रही है। इससे मैं अपने आपको बहुत ही हीन भावना से ग्रसित महसूस करता हूँ।
लेकिन जबसे मुझे पता चला है कि तुम “अगले जन्म में दलित” बनना चाहती हो तो मेरी उम्मीदों को एक नई उड़ान मिली है। क्योंकि अगले जन्म का तो कोई भरोसा नहीं है लेकिन मैं तुम्हे इस जन्म में “दलित” बनाकर तुम्हारा सपना जरूर पूरा कर सकता हूँ। क्योंकि मैं “ब्राह्मण” बनना चाहता हूं और तुम दलित। इसलिए अगर दोनों एक दूजे से शादी कर लें तो दोनों लोगों की इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
मेरी शैक्षणिक योग्यता में “रसायन विज्ञान में पीएचडी” कर रहा हूँ, वो भी केंद्रीय विवि से। MSc भी औद्योगिक रसायन विज्ञान से किया है वो भी अलीगढ़ मुस्लिम विवि से वो भी केंद्रीय विवि है। 10वीं, 12 वीं, BSc, MSc और MPHIL सभी कक्षाएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की हैं। बेसिक शिक्षा 12 वीं तक देश के सबसे प्रतिष्ठित “जवाहर नवोदय विद्यालय” झांसी से उत्तीर्ण की।
अन्य क्रियाकलापों में स्कूल लेवल पर “राष्ट्रीय स्तर का एथलीट” रह चुका हूं, लगभग सारे खेल खेलता हूँ। कई वाद विवाद प्रतियोगाएँ जीत चुका हूं, गद्य, पद्य, हास्य, व्यंग आदि स्तर की लेखनी में महारत हासिल है। अंग्रेजी माध्यम में ही शिक्षा दीक्षा हुई है, इसलिए अंग्रेजी भी थोड़ी ठीक है।
हो सकता है रुपया संपत्ति में तुमसे कम हो सकता हूँ क्योकि मेरे पिता जी एक मजदूर थे। लेकिन मेरे पिता जी के पास अचल संपत्ति हैसियत के हिसाब से ठीकठाक है। 3 प्लाट हैं लगभग 1-1 हजार वर्गफीट के, वो भी नेशनल हाइवे के बगल में।
शारीरिक व्यक्तित्व विकास में 5 फ़ीट 8 इंच ऊंचाई है, वजन 70 किलोग्राम, वर्ण श्याम, एथलीट शरीर।
इतना सब यह दर्शाता है कि शायद मैं कुछ हद तक आपके बराबर हूँ। इसलिए आपके समक्ष शादी का प्रस्ताव रखता हूँ। अगर आप वास्तव में “दलित” बनना चाहती हैं तो एक बार मुझसे संपर्क जरूर करें और मेरे शादी के प्रस्ताव को स्वीकार करें।
अगर आप मेरे शादी का प्रस्ताव स्वीकार कर लेंगी तो “आरक्षण” सहित कई सुविधाएं तुम्हें और तुमसे होने वाली संतानों को मिलेंगी। अगर मैं तुमसे शादी कर लेता हूँ तो मैं एक ब्राह्मण बन जाऊंगा और “आरक्षण” के सारे लाभ त्याग दूंगा।
(नोट: मेरा ये शादी का प्रस्ताव आपको नीचा दिखाना तो बिल्कुल नहीं है बल्कि सामाजिक बदलाव की ओर एक प्रस्ताव है। जातिगत भेदभाव की मानसिकता से प्रेरित होकर सरेआम एक वर्ग का मजाक बनाते हैं और उन्हें भिखारी की तरह देखते हैं।)
http://www.nationaldastak.com/country-news/dalit-scholar-sent-marriage-proposal-to-madam-pathak/
संपर्क सूत्र:
अजय कुमार
पीएचडी (रसायन विज्ञान)
BBAU, लखनऊ
Email: Ajayamuchem@gmail.com
ज्यादा से ज्यादा शेयर करें जिससे मेरा शादी का प्रस्ताव उक्त इंसान तक पहुंच सकें।
thank you so much
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