अरविंद कुमार यादव
अंबानी की कम्पनी रिलायंस ने दुश्मन देश " चीन " को 30 करोड़ " जियो मोबाईल सेट " बनाने का देशभक्त आर्डर दिया !!!
रिलायंस कम्पनी 10-10 करोड़ की 3 खेपों मे ये जियो सेट मँगाएगी, पैक करेगी और भारतियों को 1500-1500 रुपयो मे ( सिक्यरिटी डिपॉज़िट ) इस्तेमाल करने के लिये देगी , बेचेगी नही !!!
अब जब बिक्री नही तो 28% जीएसटी भी नही !!!
मतलब 10 करोड़ सेट की एक खेप मे 1500 रुपये प्रति सेट पर 28% के टैक्स के हिसाब से देश को 42000 करोड़ रुपयों के टैक्स का चूना !!!
कुल तीनो खेप मिलाकर 126000 करोड़ रुपयों के टैक्स का चूना देश को सरकारी संरक्षण मे और सरकार किसकी ?
उच्च स्तरीय भृष्टाचार की ये सीधी सीधी गणित है जो सभी को समझ मे आ ही गई होगी !!!
दूसरी बात Relience सिक्यरिटी डिपॉज़िट के १५०० तो तीन साल बाद लौटा देगी, पर अपना फ़ोन वापस नहीं लेगी । कभी सोचा है - क्यों ????
क्योंकि ये कम्पनी १० करोड़ फ़ोनो की purchasing ( पहली खेप ) यानी ख़रीदी अकाउंट्स में नहीं दिखाएगी ना ही इनको ट्रेडिंग स्टॉक में लेगी बल्कि पन्द्रह लाख करोड़ का ख़र्चा अकाउंट्स में दिखाएगी प्रमोशन के नाम पर , जितना ख़र्चा दिखाएगी तो उतनी कमाई ( profit ) में से कम हो जाएगा और इंकम टैक्स लगभग ३५% यानी पाँच लाख करोड़ की सीधी बचत होगी , दूसरे शब्दों में भारत को पाँच लाख करोड़ के राजस्व का घाटा होगा !
जबकि फ़िलहाल Relience का कुछ भी ख़र्च नहीं होगा क्योंकि फ़ोन की पूरी क़ीमत के बराबर सिक्यरिटी डिपॉज़िट के तौर पर ले लिया है !
इसे कहते हैं मास्टर स्ट्रोक !
एक तीर से तीन शिकार
(१) सरकार को २८% GST की चपत लगने से प्रोडक्ट सस्ता हुआ
(२) १५ लाख करोड़ का खर्च दिखाने से पाँच लाख करोड़ इनकम टैक्स नहीं भरना पड़ा !
(३) मार्केट पर तीन साल के लिए एक तरफ़ॉ क़ब्ज़ा, प्रतियोगी साफ़ !
बाकी देशवासियों से भाजपा सरकार की यही अपील है कि चीन के बने हुए झालर, पिचकारी टाइप सामान का बहिष्कार कर देशभक्त बनें।
अंबानी की कम्पनी रिलायंस ने दुश्मन देश " चीन " को 30 करोड़ " जियो मोबाईल सेट " बनाने का देशभक्त आर्डर दिया !!!
रिलायंस कम्पनी 10-10 करोड़ की 3 खेपों मे ये जियो सेट मँगाएगी, पैक करेगी और भारतियों को 1500-1500 रुपयो मे ( सिक्यरिटी डिपॉज़िट ) इस्तेमाल करने के लिये देगी , बेचेगी नही !!!
अब जब बिक्री नही तो 28% जीएसटी भी नही !!!
मतलब 10 करोड़ सेट की एक खेप मे 1500 रुपये प्रति सेट पर 28% के टैक्स के हिसाब से देश को 42000 करोड़ रुपयों के टैक्स का चूना !!!
कुल तीनो खेप मिलाकर 126000 करोड़ रुपयों के टैक्स का चूना देश को सरकारी संरक्षण मे और सरकार किसकी ?
उच्च स्तरीय भृष्टाचार की ये सीधी सीधी गणित है जो सभी को समझ मे आ ही गई होगी !!!
दूसरी बात Relience सिक्यरिटी डिपॉज़िट के १५०० तो तीन साल बाद लौटा देगी, पर अपना फ़ोन वापस नहीं लेगी । कभी सोचा है - क्यों ????
क्योंकि ये कम्पनी १० करोड़ फ़ोनो की purchasing ( पहली खेप ) यानी ख़रीदी अकाउंट्स में नहीं दिखाएगी ना ही इनको ट्रेडिंग स्टॉक में लेगी बल्कि पन्द्रह लाख करोड़ का ख़र्चा अकाउंट्स में दिखाएगी प्रमोशन के नाम पर , जितना ख़र्चा दिखाएगी तो उतनी कमाई ( profit ) में से कम हो जाएगा और इंकम टैक्स लगभग ३५% यानी पाँच लाख करोड़ की सीधी बचत होगी , दूसरे शब्दों में भारत को पाँच लाख करोड़ के राजस्व का घाटा होगा !
जबकि फ़िलहाल Relience का कुछ भी ख़र्च नहीं होगा क्योंकि फ़ोन की पूरी क़ीमत के बराबर सिक्यरिटी डिपॉज़िट के तौर पर ले लिया है !
इसे कहते हैं मास्टर स्ट्रोक !
एक तीर से तीन शिकार
(१) सरकार को २८% GST की चपत लगने से प्रोडक्ट सस्ता हुआ
(२) १५ लाख करोड़ का खर्च दिखाने से पाँच लाख करोड़ इनकम टैक्स नहीं भरना पड़ा !
(३) मार्केट पर तीन साल के लिए एक तरफ़ॉ क़ब्ज़ा, प्रतियोगी साफ़ !
बाकी देशवासियों से भाजपा सरकार की यही अपील है कि चीन के बने हुए झालर, पिचकारी टाइप सामान का बहिष्कार कर देशभक्त बनें।
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