Saturday 28 October 2017

हिंदू धर्म के विरोध मे लिखोगे तो मरोगे

*हिंदू धर्म मे रहकर हिंदू धर्म के विरोध मे लिखोगे तो मरोगे |*
                   -✍🏻 हर्षवर्धन ढोके 

       आदमी के साथ विचारो की हत्या का ये सिलसिला *तुकाराम महाराज* के पहले से शुरु है; जो आज तक बना हुवा है | हिंदू धर्म मे रहकर हिंदू धर्म के खिलाफ जानेवालो को मौत के घाट उतारा जा रहा है | ब्राम्हणवाद के खिलाफ  लिखने पर तुकाराम महाराज को जिस तरह मौत के घात उतारा उसी तरह वर्तमान परिस्थिती मे *दाभोलकर,पानसरे, कुलबर्गी और अभी गौरी लंकेश* को मौत के घाट उतार दिया गया |

         हिंदू धर्म ये वर्णव्यवस्था, जात के आधार स्तंभ पर खडा है | हिंदू धर्म मे वर्ण और जात का यह आयाम आदमी मे रिड की हड्डी की तरह है | यदी ये रिड की हड्डी तुट जाये तो जिस तरह आदमी खडा नही हो सकता उसी तरह हिंदू धर्म से यदी वर्ण और जात नष्ट की जाये तो हिंदू धर्म नष्ट हो जायेगा | और RSS ये कभी नही होने देंगी | क्योकी उनकी सभी दुकानदारी इन्ही वर्ण और जात के आधार पर आधारीत है | 

हिंदू धर्म का जो भी सुधारक इस वर्ण व्यवस्था को चॅलेंज देगा उसे उसी हिंदू धर्म के आंतकियो द्वारा मौत के घाट उतारा जायेगा | यही RSS की संहिता है | RSS किसी भी द्वारा उनके उद्देशो के आड आने वाले को छोडेंगे नही | मौत के घाट उतारने के बाद दाभोलकर,नेमार्डे, पानसरे, कुलबर्गी फॅमीली के किसी भी सदस्य ने कोर्ट मे इस षडयंत्र के पिछे कौन है ! इसकी याचीका दाखल करके न्यायपालिका मे न्याय की गुहार नही लगायी | ऐसा क्यु ?? क्योकी RSS ने इन फॅमीलो को भी चुप कर लिया है | यदी इनकी फॅमीली ज्यादा कुदेगी तो उन्ही के साथ भी शायद ऐसाही कुछ होगा | जहा प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारे मिलते है ; वहा इन सामान्य लोगो के हत्यारो का एक भी सबूत (क्लू) नही मिलता ये सोचनी वाली बात है | जांच के सभी दरवाजे उपर से निचे तक बंद करवा दिये जाते है | इससे जुडे हुये मंत्री से लेकर निचली पोलीस स्टेशन तर हर जांच शिथील की जाती है | रोंक लगा दी जाती है | जो कुछ दिखता है वो सिर्फ दिखावा होता है | 

चलो जहा सरकार नही वहा लोग रस्ते पे उतरे तो ऐसा भी नही है | कोई भी हिंदुत्ववादी संघटना इन लोगो के मौत के कारण रस्तेपर निषेध आंदोलन लेकर उतरी नही | सभी हिंदू भाईयोने  इनके मौत पर शोक व्यक्त किया मगर इस शोक को लेकर रस्तेपर कॅंडल लेके खडे नही हुये | क्योकी उन्हे भी पता है इनकी हत्या करने वाले उन्ही के हिंदू धर्मीय ही है | हत्यारा यदी कोई गैर मुस्लीम, बौद्ध,ख्रिश्चन होता तो ये लोग हंगामा खडा कर देते | किसी भी हिंदू सांसद ने इस हत्या के खिलाफ संसद मे हंगामा खडा किया नही | *ये सभी बाते प्लॅनींग से चलती है |* होता इस तरह से है ; कोई हिंदू समाज सुधारक लिखता या बोलता है तो उसे हिंदूही द्वारा मारा जाता है | इसिलिये कोई भी हिंदुत्ववादी संघटना इसका निषेध नही करती | दातो तले जबान आ जाये तो ये दर्द बताये भी तो किसे ? 

पत्रकार गौरी लंकेश ने एक सप्ताह पहले RSS के कुछ राज खोले थे | अब्रू नुकसान मे गौरी शंकर के खिलाप भाजपा के ही कुछ मंत्री कोर्ट मे गये थे | गौरी उन्ही के पत्रिका मे हरदम हिंदूत्व के विरोध मे लिखते थे | आज उनकी भी गोली मारकर हत्या हुयी | उसकी भी कोई जाच नही होगी और जिन्होने उन्हे गोलीया मारी वो भी नही पकडे जायेंगे | ना ही गौरी लंकेश की फॅमीली इसके खिलाप कोर्ट मे जायेंगे ! 

इन तिन - चार लोगो की हत्या गोली मारकर हुयी है | ये बात विशेष ! एक तो बात तय है की, जो भी ब्राम्हणवाद के खिलाफ जायेगा उसे उसी शुटर गॅंग से मार दिया जायेगा | 

हिंदू धर्म मे रहकर हिंदू धर्म के विरोध मे बोलोगे,लिखोगे तो मरोगे | जिन्हे अपनी कलम से क्रांती करनी उन्होने पहले हिंदू धर्म को छोडकर बौद्ध धर्म स्विकार करके हिंदुत्व के खिलाफ लिखे | उससे धार्मिक संरक्षण प्राप्त होता है | किसी अन्य धर्म के विद्रोही लेखक के खिलाप जाने की RSS की हिम्मत नही होती | 
बात चाहे कुछ भी हो; जहा इंसानियत की बात सामने आती है; वहा ना धर्म देखा जाता ना जात | इन सभी हत्या का THE REPUBLICAN निषेध करती है | 

*हर्षवर्धन ढोके* 
THE REPUBLICAN 
6/9/17

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