😇दलित शब्द प्रयोग और डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर 😇
👉दलित मतलब दबाये हुये लोग....
और हमारे लोग उस पर गर्व करते हे । क्या कोई समुदाय को दबाया गया हो तो वो गर्व करने की बात हे ?
🤔क्या बाबासाहेब ने कभी दलित शब्द को मान्यता दी ?
😇चलो थोड़ा इतिहास जानने का प्रयत्न करे ।
👉सन 1924 मे बाबासाहेब ने "बहिस्क्रुत हितकारिणि सभा "की रचना की और उसे अँग्रेजी मे "डिप्रेस्ड क्लास मिशन" कहा जाता ।
👉उनके द्वारा सबसे पहले मराठी समाचार पत्र का "मूकनायक" रखा गया था ।
मूकनायक का अर्थ जो समाज गूँगा हे जो अपनी भावनायें व्यक्त नही कर सकता और ऊन गूंगे लोगो की अभिव्यक्ति करने वाला नायक मतलब "मूकनायक" ।समय बीत जाने पर "बहिस्क्रुत भारत" नाम से समाचार पत्र शुरू किया ।
👉आज के समय मे हमने बहिन " बहुजन भारत , मुलनीवासी भारत, और मुलनीवासी नायक " की परिभाषा का प्रयोग किया हे ।
😇जिस शब्द का निर्माण आपने किया हे समय बदलते शब्द मे बदलाव बहिन लाना चाहिये क्योंकि लोकतंत्र मे शब्द ही हथियार हे ।
👉बाबासाहेब ने पहेले समाचार पत्र को मूकनायक बाद मे बहीस्क्रुत नाम दिया ।जब बाबासाहेब ने डिप्रेस्ड क्लास परिभाषा का प्रयोग किया तो अंग्रेजों ने कहा की ये क्या हे ?
😇बाबासाहेब को लगा की ये डिप्रेस्ड क्लास शब्द हमारी सही पहचान नही कराता तो उन्होने अश्प्रूस्य शब्द का प्रयोग शुरू किया । बिहार की पटना की रेली मे बाबासाहेब ने चौथे वर्ण मे सामेल obc को शूद्र कहा और सछूत शूद्र , अछूत शूद्र परिभाषा का प्रयोग किया ।मतलब समय समय पर शब्द मे बदलाव किया ।
👉भारतीय संविधान मे बाबासाहेब ने अश्प्रुश्य लोगो को " अनुसूचित जाती " पहचान दी ।और ये अनुसूचित जाती कोई जाती नही बल्कि जातियों का समूह हे ।
👉बाबासाहेब ने अपने राजनीतिक संगठन का नाम भी "ऑल इंडिया शेड्यूल कास्ट फेडरेशन " दिया ।जिस तरह आंदोलन बढ़ता गया शब्द के प्रयोग मे भी परिवर्तन आता गया ।
👉एक अहम बात बाबासाहेब ने "ऑल इंडिया शेड्यूल कास्ट फेडरेशन " बनाया उसके सामने गाँधीजी प्रेरित बाबू जगजीवन राम ने "दलित वर्ग संघ " बनाया था । जिस तरह गाँधीजी ने हमे हरिजन की पहचान दी उसी तरह दलित की पहचान बहिन दी ।
😇मतलब बाबासाहेब ने कभी दलित शब्द का प्रयोग नही किया ।
👉सन 1948 को शिडय़ूल कास्ट फेडरेशन के सम्मेलन मे बाबासाहेब ने कहा - "अनुसूचित जाती और जनजाति की तरह पछात जातियों ( obc ) को भी साथ लेकर कार्य करना होगा । अनुसूचित जाती के लोगो जो आँतरजातिय लग्न तथा आँतरजातिय भोजन समारँभो के लिये आग्रह न रखना चाहिये ।अनुसूचित जाती और जनजाति एवम पछात obc के लोग अगर एक मंच पर आकर एक संगठन का निर्माण करेंगे तो उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पन्त ,मुख्यमंत्री मीट जायेगा और वो आपके जूते की लेस बाँधेगा ।"
😇मतलब बाबासाहेब को पता था की दलित पहचान "अल्पसंख्यक " हे और भारत मे अनुसूचित जाती के लोग 15% हे ।अगर सभी इकट्ठा हो जाये तो बहिन चुनाव जीत नही सकते और चुनाव जीत नही सकते तो शासक केसे बनेंगे ?
👉जब हमने बहुसंख्यक बनने के लिये "बहुजन " विचार धारा का प्रचार किया तो लोगो ने विरोध किया की अपनी एक जाती को इकट्ठा नही कर सकते तो और क्या कर पाओगे ? लेकीन हम डटे रहे और समाज मे बहुजन संकल्पना प्रस्थापित की ।दुश्मन दर के मारे लगातार " दलित " शब्द का प्रचार कर रहा हे क्योंकि उसे दलित अल्पसंख्यक से कोई खतरा नही ।
👉हमने संगठन के माध्यम से "मुलनीवासी" विचारधारा को हथियार के तौर पर उपयोग किया और लोगो को बताया की दुश्मन विदेशी हे और हम भारत के मुलनीवासी हे । ये लड़ाई विदेशी और मुलनीवासी के बिच की लड़ाई हे ।और यही बाबासाहेब का सपना हे की हम sc st obc और मायनोरीटी के लोगो को अपनी आझादी के लिये लड़ना होगा और इस लड़ाई मे मुलनीवासी विचारधारा को हमे अपनाना होगा ।
👉समय की प्रासंगिकता को ध्यान मे रखते हुये ,विदेशियो की गुलामी की मुक्ति के लिये मुलनीवासी विचारधारा को अपना कर अमल करना होगा ।
🤔अब आपकी मर्जी आप को गाँधीजी का हरिजन दलित अल्पसंख्यक बनकर लड़ाई लड़नी हे या फ़िर 85% मुलनीवासी बहुजन बनकर ?
🔹एक कहावत है कि "Give a dog bad name and kill him." इस तरह के हमले भीम आर्मी को उत्तेजित करने के लिए किए जा रहे हैं।
🔹इसको समझने की जरूरत है। अगर भीम आर्मी उत्तेजित होकर बदले की कार्रवाई करती है तो उत्तर प्रदेश में गुजरात जैसी वारदात हो सकती है। इस बार यह मुस्लिमों के साथ नहीं बल्कि दलितों के साथ होगी।
🔹इसके पीछे यह कारण है कि दलितों का मनोबल उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा बढ़ा हुआ है जिसको तोड़ने का यह एक बहुत ही बड़ा प्लान है। प्रभावशाली दलितों का अस्तित्व खत्म करना उनके लिए कोई बड़ी चीज नहीं है। पर दलितों को बिना कारण के बहुत अधिक नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता। उन्हें कोई ऐसा कारण चाहिए जिससे कि भीम आर्मी को नक्सलवादी घोषित किया जा सके। फिर उन को समाप्त करने में कोई अड़चन नहीं आएगी।
🔹भीम आर्मी के पदाधिकारियों का सुरक्षित रहना और अपनी शक्ति को और अधिक बढ़ाना आज की बहुत बड़ी आवश्यकता है।
🔹दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि दलित समाज ब्राह्मणवाद की चालाकी को समझ गया है और उसके खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। इस वास्तविक लड़ाई से ध्यान भटकाने के लिए ठाकुर दलित के बीच लड़ाई शुरू करवा दी गई है। इसके अलावा दलितों के प्रति हर वर्ग के दिमाग में घृणा भरने का प्रयास जारी है।
💡यह समय ऐसा संवेदनशील है कि जोश की बजाय दिमाग से और सोच समझ से काम लेना होगा।
📣 हमारे पास संसाधनों का अभाव है। इसलिए जरूरी हो गया है कि हम अपने बचाव पर गम्भीरता से मनन करें।
🔹घरों से टोलियों में निकलें।
🔹सक्षम लोग शस्त्र लाइसेन्स खरीदें।
🔹सम्भव नहीं है तो एेसे हथियार जरूर खरीदें जिन पर लाइसेंस की बाध्यता नहीं हैं।
लाठी ,कान तक लम्बाई का मजबूत डण्डा। बल्लम , भाला , बर्छी , तीर - कमान तो घर में ही बना सकते हैं।
लुहार ,कुम्हार बढ़ई अपने हैं आसानी से बनवाये जा सकते हैं।
🔹धरना प्रदर्शन में पंचशील का झण्डा तथा प्रत्येक चौथे हाथ में तिरंगा झण्डा जिसमें कान तक की लम्बाई का एक मजबूत डण्डा हो।
जिसे जरूरत पड़ने पर आत्म रक्षा करने के काम में लाएँ।
🔹बच्चों और जवान बहन बेटियों पर हमला हो सकते हैं ,वह भी टोलियों में जायें। खाली हाथ नहीं । लकड़ी की डण्डी वाले बाजारू तेज धारदार सब्जी काटने वाले चाकू साथ लेकर।
🔹चारा काटने के लिए जंगल में अकेले दुकेले न जाकर झुण्ड में जायें।जरूरत न होने पर भी तेज धार वाली "दरांती" साथ लेकर जायें। हौसला रखें।
🔹जिनके मर्द घरों पर खाली हैं ,ताश का खेल छोड़कर महिलाओं की सुरक्षा के लिए बल्लम भाला ,दरांती लेकर जंगल में साथ जायें।
🔹घर की छतों पर ईंट पत्थर के टुकड़े रखें
बचाव के लिए खाली बोतलें छतों से सबसे ज्यादा कारगर हैं।
🔹बच्चों पर भी आक्रमण हो सकते हैं ,उनके लिए भी सुरक्षात्मक कदम उठायें।
और भी सुरक्षात्मक कदम उठाये जा सकते हैं।
🌹🙏🙏 जय भीम🙏🙏🌹
मिशन---गर्व से कहो हम शूद्र है और उच्च है।
भाइयो और बहनों
ब्राह्मणों के भगवानो को नंगा करने की जरूरत क्यों पड़ी क्योकि यही भगवान जब आपके हक और अधिकार दिलाने की बात आती है तो ब्राह्मण इन भगवानो को आगे कर देता है।वो खुद तो किसी से लड़ नही सकता उल्टा रायबरेली में पिट के आ गया।मंडल कॉमिशन न लागू हो पाए उसके लिए राम मंदिर का मुद्दा उठाया।गाय लव जेहाद कश्मीर नोटबन्दी gst और अब लालू प्रसाद यादव तथा 2019 के आते आते दंगा या इमरजेंसी या पाकिस्तान से युद्ध वाली रणनीति आपको देखने को मिलेगी जिससे कि आपका ध्यान आपकी समस्यायों से ध्यान हटा सके।
संविधान का उद्देश्य ही जो सरकार पूरा न करे उसको गद्दार घोषित कर देना चाहिए वो कांग्रेस हो बीजेपी हो या आम आदमी पार्टी ।
ब्राह्मण हमेशा अपने को majority में आने के लिए आंदोलन करता है और हम जाति को पकड़कर माइनॉरिटी में आने के लिए लालायित है।ब्राह्मणों के भगवान इतने शक्तिशाली थे तो गौरी गजनवी और बाबर से क्यों नही लड़े बल्कि असुर शूद्र और राक्षस लोगों से ही क्यो लड़े।
1--श्रीकृष्ण जी को क्या मुसलमान ने मारा।
2--राजा बालि को क्या किसी मुसलमान ने मारा।
3--शंकर जी को जहर क्या किसी मुसलमान ने दिया।
4--रोहित बेमुला को क्या किसी मुसलमान ने मारा।
5--नरसिंह यादव जी का अंगूठा क्या किसी मुसलमान ने काटा।
6--तेज बहादुर यादव को क्या किसी मुसलमान ने नौकरी से हटाया।
7--एकलब्य का अंगूठा क्या किसी मुसलमान ने काटा।
8--बृहद्रथ मौर्य की हत्या क्या किसी मुसलमान ने किया।
9--गोपीनाथ मुंडे की हत्या क्या किसी मुसलमान ने किया।
10--छगन भुजबल और लालू प्रसाद जी को जेल में क्या किसी मुसलमान ने डाले।
11--ओबीसी sc st का हक क्या किसी मुसलमान ने छीना।
12--कार्यपालिका विधायिका न्यायपालिका और मीडिया पर कब्जा क्या किसी मुसलमान ने किया।
13--पत्थरों की मूर्ति बनाकर और उसमें प्राण प्रतिष्ठा करके 81 लाख करोड़ क्या मुसलमान वसूल रहा।
14--भगत सिंह सुभाष चंद्र बोस को क्या किसी मुसलमान ने मारा।
15--पूरे देश की 96% जमीन जायदाद क्या मुसलमान ने छीना।
16--CM आवास का शुद्धिकरण क्या किसी मुसलमान ने किया।
17--जातिगत जनगणना क्या किसी मुसलमान ने रोका।
18--सती प्रथा क्या मुसलमान ने बनाये।
19--देवदासी प्रथा क्या मुसलमान ने बनाये।
20--शिक्षा संपत्ति और वोट के अधिकार से आपको 2200 साल क्या मुसलमान ने वंचित किये।
21--सिक्ख ईसाई और नक्सली क्या मुसलमानों के आतंक से बने।
22--ऋषि संभूक की हत्या क्या किसी मुसलमान ने किए।
23--इस अखंड भारत को अब तक 7 टुकड़ो में क्या मुसलमानों ने किए।
24--6743 जाति क्या मुसलमानों ने बनाये।
25--सीबीआई आई बी और रॉ को हर साल अलग से लगभग 1900 करोड़ क्या किसी मुसलमान को दिया जा रहा जिसका चीफ ब्राह्मण ही होता।
26--तीनो सेना का अध्यक्ष राष्ट्रपति और सभी राज्यो के राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री RSS के रहते हुए पूरे देश मे बम क्या मुसलमान फोड़ रहा।
27--आपको अंग्रेजो द्वारा शिक्षा संपत्ति और वोट का अधिकार मिलने पर आजादी का फर्जी आंदोलन क्या मुसलमानों ने चलाये।
28--जगदेव बाबू कुशवाहा जी को क्या मुसलमानों ने 5 september 1974 को बिहार में गोली मारी जो कहते थे
दस का शाषन नब्वे पर नही चलेगा नही चलेगा।
सौ में 90 शोषित है
90 भाग हमारा है
धन धरती और राजपाट में
90 भाग हमारा है।
इसके बाद भी आपको ब्राह्मणों के भगवान और जाति प्यारी है तो अपने सीने से इनको चिपकाए रखे।
देवेंद्र यादव 7506679290
👉दलित मतलब दबाये हुये लोग....
और हमारे लोग उस पर गर्व करते हे । क्या कोई समुदाय को दबाया गया हो तो वो गर्व करने की बात हे ?
🤔क्या बाबासाहेब ने कभी दलित शब्द को मान्यता दी ?
😇चलो थोड़ा इतिहास जानने का प्रयत्न करे ।
👉सन 1924 मे बाबासाहेब ने "बहिस्क्रुत हितकारिणि सभा "की रचना की और उसे अँग्रेजी मे "डिप्रेस्ड क्लास मिशन" कहा जाता ।
👉उनके द्वारा सबसे पहले मराठी समाचार पत्र का "मूकनायक" रखा गया था ।
मूकनायक का अर्थ जो समाज गूँगा हे जो अपनी भावनायें व्यक्त नही कर सकता और ऊन गूंगे लोगो की अभिव्यक्ति करने वाला नायक मतलब "मूकनायक" ।समय बीत जाने पर "बहिस्क्रुत भारत" नाम से समाचार पत्र शुरू किया ।
👉आज के समय मे हमने बहिन " बहुजन भारत , मुलनीवासी भारत, और मुलनीवासी नायक " की परिभाषा का प्रयोग किया हे ।
😇जिस शब्द का निर्माण आपने किया हे समय बदलते शब्द मे बदलाव बहिन लाना चाहिये क्योंकि लोकतंत्र मे शब्द ही हथियार हे ।
👉बाबासाहेब ने पहेले समाचार पत्र को मूकनायक बाद मे बहीस्क्रुत नाम दिया ।जब बाबासाहेब ने डिप्रेस्ड क्लास परिभाषा का प्रयोग किया तो अंग्रेजों ने कहा की ये क्या हे ?
😇बाबासाहेब को लगा की ये डिप्रेस्ड क्लास शब्द हमारी सही पहचान नही कराता तो उन्होने अश्प्रूस्य शब्द का प्रयोग शुरू किया । बिहार की पटना की रेली मे बाबासाहेब ने चौथे वर्ण मे सामेल obc को शूद्र कहा और सछूत शूद्र , अछूत शूद्र परिभाषा का प्रयोग किया ।मतलब समय समय पर शब्द मे बदलाव किया ।
👉भारतीय संविधान मे बाबासाहेब ने अश्प्रुश्य लोगो को " अनुसूचित जाती " पहचान दी ।और ये अनुसूचित जाती कोई जाती नही बल्कि जातियों का समूह हे ।
👉बाबासाहेब ने अपने राजनीतिक संगठन का नाम भी "ऑल इंडिया शेड्यूल कास्ट फेडरेशन " दिया ।जिस तरह आंदोलन बढ़ता गया शब्द के प्रयोग मे भी परिवर्तन आता गया ।
👉एक अहम बात बाबासाहेब ने "ऑल इंडिया शेड्यूल कास्ट फेडरेशन " बनाया उसके सामने गाँधीजी प्रेरित बाबू जगजीवन राम ने "दलित वर्ग संघ " बनाया था । जिस तरह गाँधीजी ने हमे हरिजन की पहचान दी उसी तरह दलित की पहचान बहिन दी ।
😇मतलब बाबासाहेब ने कभी दलित शब्द का प्रयोग नही किया ।
👉सन 1948 को शिडय़ूल कास्ट फेडरेशन के सम्मेलन मे बाबासाहेब ने कहा - "अनुसूचित जाती और जनजाति की तरह पछात जातियों ( obc ) को भी साथ लेकर कार्य करना होगा । अनुसूचित जाती के लोगो जो आँतरजातिय लग्न तथा आँतरजातिय भोजन समारँभो के लिये आग्रह न रखना चाहिये ।अनुसूचित जाती और जनजाति एवम पछात obc के लोग अगर एक मंच पर आकर एक संगठन का निर्माण करेंगे तो उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पन्त ,मुख्यमंत्री मीट जायेगा और वो आपके जूते की लेस बाँधेगा ।"
😇मतलब बाबासाहेब को पता था की दलित पहचान "अल्पसंख्यक " हे और भारत मे अनुसूचित जाती के लोग 15% हे ।अगर सभी इकट्ठा हो जाये तो बहिन चुनाव जीत नही सकते और चुनाव जीत नही सकते तो शासक केसे बनेंगे ?
👉जब हमने बहुसंख्यक बनने के लिये "बहुजन " विचार धारा का प्रचार किया तो लोगो ने विरोध किया की अपनी एक जाती को इकट्ठा नही कर सकते तो और क्या कर पाओगे ? लेकीन हम डटे रहे और समाज मे बहुजन संकल्पना प्रस्थापित की ।दुश्मन दर के मारे लगातार " दलित " शब्द का प्रचार कर रहा हे क्योंकि उसे दलित अल्पसंख्यक से कोई खतरा नही ।
👉हमने संगठन के माध्यम से "मुलनीवासी" विचारधारा को हथियार के तौर पर उपयोग किया और लोगो को बताया की दुश्मन विदेशी हे और हम भारत के मुलनीवासी हे । ये लड़ाई विदेशी और मुलनीवासी के बिच की लड़ाई हे ।और यही बाबासाहेब का सपना हे की हम sc st obc और मायनोरीटी के लोगो को अपनी आझादी के लिये लड़ना होगा और इस लड़ाई मे मुलनीवासी विचारधारा को हमे अपनाना होगा ।
👉समय की प्रासंगिकता को ध्यान मे रखते हुये ,विदेशियो की गुलामी की मुक्ति के लिये मुलनीवासी विचारधारा को अपना कर अमल करना होगा ।
🤔अब आपकी मर्जी आप को गाँधीजी का हरिजन दलित अल्पसंख्यक बनकर लड़ाई लड़नी हे या फ़िर 85% मुलनीवासी बहुजन बनकर ?
🔹एक कहावत है कि "Give a dog bad name and kill him." इस तरह के हमले भीम आर्मी को उत्तेजित करने के लिए किए जा रहे हैं।
🔹इसको समझने की जरूरत है। अगर भीम आर्मी उत्तेजित होकर बदले की कार्रवाई करती है तो उत्तर प्रदेश में गुजरात जैसी वारदात हो सकती है। इस बार यह मुस्लिमों के साथ नहीं बल्कि दलितों के साथ होगी।
🔹इसके पीछे यह कारण है कि दलितों का मनोबल उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा बढ़ा हुआ है जिसको तोड़ने का यह एक बहुत ही बड़ा प्लान है। प्रभावशाली दलितों का अस्तित्व खत्म करना उनके लिए कोई बड़ी चीज नहीं है। पर दलितों को बिना कारण के बहुत अधिक नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता। उन्हें कोई ऐसा कारण चाहिए जिससे कि भीम आर्मी को नक्सलवादी घोषित किया जा सके। फिर उन को समाप्त करने में कोई अड़चन नहीं आएगी।
🔹भीम आर्मी के पदाधिकारियों का सुरक्षित रहना और अपनी शक्ति को और अधिक बढ़ाना आज की बहुत बड़ी आवश्यकता है।
🔹दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि दलित समाज ब्राह्मणवाद की चालाकी को समझ गया है और उसके खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। इस वास्तविक लड़ाई से ध्यान भटकाने के लिए ठाकुर दलित के बीच लड़ाई शुरू करवा दी गई है। इसके अलावा दलितों के प्रति हर वर्ग के दिमाग में घृणा भरने का प्रयास जारी है।
💡यह समय ऐसा संवेदनशील है कि जोश की बजाय दिमाग से और सोच समझ से काम लेना होगा।
📣 हमारे पास संसाधनों का अभाव है। इसलिए जरूरी हो गया है कि हम अपने बचाव पर गम्भीरता से मनन करें।
🔹घरों से टोलियों में निकलें।
🔹सक्षम लोग शस्त्र लाइसेन्स खरीदें।
🔹सम्भव नहीं है तो एेसे हथियार जरूर खरीदें जिन पर लाइसेंस की बाध्यता नहीं हैं।
लाठी ,कान तक लम्बाई का मजबूत डण्डा। बल्लम , भाला , बर्छी , तीर - कमान तो घर में ही बना सकते हैं।
लुहार ,कुम्हार बढ़ई अपने हैं आसानी से बनवाये जा सकते हैं।
🔹धरना प्रदर्शन में पंचशील का झण्डा तथा प्रत्येक चौथे हाथ में तिरंगा झण्डा जिसमें कान तक की लम्बाई का एक मजबूत डण्डा हो।
जिसे जरूरत पड़ने पर आत्म रक्षा करने के काम में लाएँ।
🔹बच्चों और जवान बहन बेटियों पर हमला हो सकते हैं ,वह भी टोलियों में जायें। खाली हाथ नहीं । लकड़ी की डण्डी वाले बाजारू तेज धारदार सब्जी काटने वाले चाकू साथ लेकर।
🔹चारा काटने के लिए जंगल में अकेले दुकेले न जाकर झुण्ड में जायें।जरूरत न होने पर भी तेज धार वाली "दरांती" साथ लेकर जायें। हौसला रखें।
🔹जिनके मर्द घरों पर खाली हैं ,ताश का खेल छोड़कर महिलाओं की सुरक्षा के लिए बल्लम भाला ,दरांती लेकर जंगल में साथ जायें।
🔹घर की छतों पर ईंट पत्थर के टुकड़े रखें
बचाव के लिए खाली बोतलें छतों से सबसे ज्यादा कारगर हैं।
🔹बच्चों पर भी आक्रमण हो सकते हैं ,उनके लिए भी सुरक्षात्मक कदम उठायें।
और भी सुरक्षात्मक कदम उठाये जा सकते हैं।
🌹🙏🙏 जय भीम🙏🙏🌹
मिशन---गर्व से कहो हम शूद्र है और उच्च है।
भाइयो और बहनों
ब्राह्मणों के भगवानो को नंगा करने की जरूरत क्यों पड़ी क्योकि यही भगवान जब आपके हक और अधिकार दिलाने की बात आती है तो ब्राह्मण इन भगवानो को आगे कर देता है।वो खुद तो किसी से लड़ नही सकता उल्टा रायबरेली में पिट के आ गया।मंडल कॉमिशन न लागू हो पाए उसके लिए राम मंदिर का मुद्दा उठाया।गाय लव जेहाद कश्मीर नोटबन्दी gst और अब लालू प्रसाद यादव तथा 2019 के आते आते दंगा या इमरजेंसी या पाकिस्तान से युद्ध वाली रणनीति आपको देखने को मिलेगी जिससे कि आपका ध्यान आपकी समस्यायों से ध्यान हटा सके।
संविधान का उद्देश्य ही जो सरकार पूरा न करे उसको गद्दार घोषित कर देना चाहिए वो कांग्रेस हो बीजेपी हो या आम आदमी पार्टी ।
ब्राह्मण हमेशा अपने को majority में आने के लिए आंदोलन करता है और हम जाति को पकड़कर माइनॉरिटी में आने के लिए लालायित है।ब्राह्मणों के भगवान इतने शक्तिशाली थे तो गौरी गजनवी और बाबर से क्यों नही लड़े बल्कि असुर शूद्र और राक्षस लोगों से ही क्यो लड़े।
1--श्रीकृष्ण जी को क्या मुसलमान ने मारा।
2--राजा बालि को क्या किसी मुसलमान ने मारा।
3--शंकर जी को जहर क्या किसी मुसलमान ने दिया।
4--रोहित बेमुला को क्या किसी मुसलमान ने मारा।
5--नरसिंह यादव जी का अंगूठा क्या किसी मुसलमान ने काटा।
6--तेज बहादुर यादव को क्या किसी मुसलमान ने नौकरी से हटाया।
7--एकलब्य का अंगूठा क्या किसी मुसलमान ने काटा।
8--बृहद्रथ मौर्य की हत्या क्या किसी मुसलमान ने किया।
9--गोपीनाथ मुंडे की हत्या क्या किसी मुसलमान ने किया।
10--छगन भुजबल और लालू प्रसाद जी को जेल में क्या किसी मुसलमान ने डाले।
11--ओबीसी sc st का हक क्या किसी मुसलमान ने छीना।
12--कार्यपालिका विधायिका न्यायपालिका और मीडिया पर कब्जा क्या किसी मुसलमान ने किया।
13--पत्थरों की मूर्ति बनाकर और उसमें प्राण प्रतिष्ठा करके 81 लाख करोड़ क्या मुसलमान वसूल रहा।
14--भगत सिंह सुभाष चंद्र बोस को क्या किसी मुसलमान ने मारा।
15--पूरे देश की 96% जमीन जायदाद क्या मुसलमान ने छीना।
16--CM आवास का शुद्धिकरण क्या किसी मुसलमान ने किया।
17--जातिगत जनगणना क्या किसी मुसलमान ने रोका।
18--सती प्रथा क्या मुसलमान ने बनाये।
19--देवदासी प्रथा क्या मुसलमान ने बनाये।
20--शिक्षा संपत्ति और वोट के अधिकार से आपको 2200 साल क्या मुसलमान ने वंचित किये।
21--सिक्ख ईसाई और नक्सली क्या मुसलमानों के आतंक से बने।
22--ऋषि संभूक की हत्या क्या किसी मुसलमान ने किए।
23--इस अखंड भारत को अब तक 7 टुकड़ो में क्या मुसलमानों ने किए।
24--6743 जाति क्या मुसलमानों ने बनाये।
25--सीबीआई आई बी और रॉ को हर साल अलग से लगभग 1900 करोड़ क्या किसी मुसलमान को दिया जा रहा जिसका चीफ ब्राह्मण ही होता।
26--तीनो सेना का अध्यक्ष राष्ट्रपति और सभी राज्यो के राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री RSS के रहते हुए पूरे देश मे बम क्या मुसलमान फोड़ रहा।
27--आपको अंग्रेजो द्वारा शिक्षा संपत्ति और वोट का अधिकार मिलने पर आजादी का फर्जी आंदोलन क्या मुसलमानों ने चलाये।
28--जगदेव बाबू कुशवाहा जी को क्या मुसलमानों ने 5 september 1974 को बिहार में गोली मारी जो कहते थे
दस का शाषन नब्वे पर नही चलेगा नही चलेगा।
सौ में 90 शोषित है
90 भाग हमारा है
धन धरती और राजपाट में
90 भाग हमारा है।
इसके बाद भी आपको ब्राह्मणों के भगवान और जाति प्यारी है तो अपने सीने से इनको चिपकाए रखे।
देवेंद्र यादव 7506679290
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