Sunday, 16 July 2017

सच्चे सामाजिक कार्यकर्त्ता के गुण

महान कौन?
महान वह है जो अपने लोगों को संकट काल से निकाल लेने का उपाय ढूंढ लेता है-बाबासाहेब।
भक्ति में नायकपूजा मोक्ष का द्वार खोल सकता है, किन्तु राजनीती में नायकपूजा संगठन और समाज को गहन गर्त में डुबो देता है-बाबासाहेब।
 आदर्श का अनुशरण और सम्मान ठीक बात है किन्तु उसकी भक्ति अर्थात अंधानुकरण और चारण ( झूठी प्रशंशा ) नेता को गर्त मार्ग पर ले जाता है।
   किसी भी कीमत पर अपनी स्वतंत्रता और स्वतंत्र सोच को खोएं नहीं।
    अपनी सतीत्व को गवां कर कोई स्त्री पतिव्रता नहीं हो सकती, अपनी स्वतंत्रता को दाव पर लगा कर कोई  आगे नहीं बढ़ सकता।
       राजनेताओं, बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को अपने अनुवाईयों से पावँ छुवाना घोर निंदनीय है।

सच्चे सामाजिक कार्यकर्त्ता के गुण

1.किसी संगठन में व्यक्ति नहीं, संगठन का सिद्धांत सर्वोपरी है अततः नेता को बुराई से परे नहीं समझें।
 2.नेता की कमियों को निर्भीक हो कर आत्मविश्वास के साथ उसे बताएं।
3. नेता बदलते रहता है, सिद्धांत नहीं। क्योंकी संगठन का मुख्य तत्व सिद्धांत ही है।
4.अपने सिद्धांत के प्रति ईमानदार रहे तथा गलत का समर्थन न करें।
5. सभी प्राणियों के प्रति करुणा का भाव रखें।
6. समाज सेवा करते हुए मुदिता भाव ग्रहण करें अर्थात आनंद की अनुभूति करें ।
7.सबसे मैत्री भाव रखें ।
 8. आलोचनाओं  के प्रति उपेक्षा  भाव रखें  याने इससे घबराएं नहीं, इस पर ध्यान न दें।
 9.झूठी प्रशंशा से प्रभावित न हों.
10. सबके पास प्रकृति का दिया हुआ केवल 24 घंटे का ही समय है।समय नष्ट न करें, इसका कुशल प्रबंधन कर इसे जन हित में खर्च करें।
 11.मृत्यु से डरें नहीं, यह अवश्यम्भावी है, निश्चित है परंतु मृत्यु के पूर्व समाज का कर्ज अवश्य उतार दें।
  डॉ विजय कुमार त्रिशरण

2 comments:

  1. *इतिहास रचना है सफल बनना है तो जिद्दी बनो!!*
    🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
    इतिहास गवाह है कि आज तक जिसने भी इतिहास रचा है वह किसी न किसी जिद के कारण चाहे वह परम पूज्य *बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर* हो चाहे वह *सरदार भगत सिंह, मिल्खा सिंह* हो *उसेन बेल्ट* हो *विल्मा रूडोल्फ* हो *थर्मस अल्वा एडीसन* हो और ऐसे बहुत से व्यक्ति होगें जिन्होंने बहुत सी मुश्किलें बहुत सी मुसीबतों के बावजूद अपनी जिद से इतिहास रचा। बड़ा बदलाव लाया और सफलता के शिखर को छुआ!!
    तो दोस्तों व्यक्ति के अंदर जिद्द आ जाती है तो उसको कोई भी मुश्किल कोई भी मुसीबत कोई भी विफलता रोक नहीं सकता! दोस्तों जिद्दी व्यक्ति जो चाहता है वह करके दिखाता है जिद्दी इंसान को सिर्फ अपना लक्ष्य दिखता है अपनी मंजिल दिखता है

    एक कहावत है *"जहां चाह" वहां राह"* अगर आप किसी चीज की चाहत कर लेंगे तो उसे पाने की रास्ते अपने आप बनने लगेगे इसलिए आप अपनी जिंदगी में जो भी करते हैं या करना चाहते हैं उसके लिए जिद्द करें
    दोस्तों जिद किसी का भी हो सकता है जैसे टॉपर बनना *students" exam" doctor" engineering" खिलाड़ी" गायक" विजनेस"* मतलब कि आप जिस क्षेत्र में जाना चाहते हैं और जिस क्षेत्र में हम उस क्षेत्र में डॉ पर बंद होने का जिद करें

    चाहे कितनी भी मुश्किलें आए चाहे कितनी भी मुसीबतें आए चाहे कितनी भी विपरीत परिस्थितियों से गुजरना पड़े लेकिन अपने जिद्द को न छोड़ें बल्कि अपनी जिद को और मजबूत करके अपनी मंजिल को हासिल कर और अपने लक्ष्य को प्राप्त करें

    (नोट =सफलता कि अधिक जानकारी के लिए विवेक बिंद्रा को पढें)
    🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼

    ReplyDelete