Monday 1 October 2018

EVM कौन लाया इस देश मे, कब लाया, क्यों लाया?

 EVM कौन लाया इस देश मे, कब लाया, क्यों लाया?



*_कांशीराम जी के बढ़ते प्रभाव और उभरती राजनेतिक ताकत का अनुमान इंदिरा गांधी हो गया था। लोगो की जागरूकता देख कांग्रेस का खत्म होना सुनिश्चित था। तब इंदिरा गांधी देश मे EVM लेकर आई।_*

*वो अपनी साजिशों में कामयाब होती इससे पहले उसकी हत्या हो गई। और उसके बाद OBC को आरक्षण मिल गया। अगर इंदिरा न मरती तो OBC को कभी आरक्षण नहीं मिल पाता। और EVM के खेल से कभी कोई दूसरी गैर ब्राह्मण राजनैतिक पार्टी पनप ही नहीं पाती।*

*इस साजिश को समझना जरुरी है। कि आखिर क्यों कांग्रेस दबी जुबान में BJP द्वारा EVM धांधली किये जाने की बात तो बोल रही है पर EVM का विरोध नहीं कर रही?*

आज जहाँ BJP नहीं वहां कांग्रेस है, जहाँ कांग्रेस नहीं वहाँ अब BJP है। उत्तर भारत में ये प्रयोग सफल रहा... अब दक्षिण भारत की तरफ इसे आजमाया जाएगा, और क्षेत्रीय पार्टियों को समाप्त कर सिर्फ BJP कांग्रेस को ही संसद विधान सभा तक पहुंचाया जाएगा।

जम्मू कश्मीर में इसे आजमाया जाता मगर, जान का रिस्क लेने की औकात नहीं है संघीयों में इसलिए मिलीजुली सरकार का नाटक करने के लिए मामूली धांधली की गई।

आप खुद सोचिये, कांग्रेस का जनाधार खत्म हो रहा है या क्षेत्रीय पार्टियों का?

जब लगभग पूरे देश में EVM का विरोध हो रहा है तब BJP EVM के बिना चुनाव करवाने को तैयार नहीं, कांग्रेस भूले से भी EVM का विरोध नहीं करेगी।

कुछ और तथ्य जो आपको जानने चाहिए... जैसे कि..

1.
मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति वही IAS है जिन्होंने मोदी को गुजरात 2002 हत्याकांड में क्लीन चिट दिलवाई थी।

*इनकी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए गुजरात के पूर्व पुलिस अधिकारी संजीव भट्ट ने ट्वीट किया था, _‘गुजरात सरकार के पूर्व मुख्य सचिव एके जोती नये मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे. भारत को अब स्वतंत्र और स्वच्छ चुनाव को अलविदा कह देना चाहिए.’_*

2.
पिछले 3 सालों में जहाँ जहाँ भी जो चुनाव बेलेट पेपर से हुए, BJP न सिर्फ चुनाव हारी है बल्कि 3-4 नं पर लुढ़क गई है।

3. विश्व भर के 195 देशों में सिर्फ 24 देशो में चुनाव EVM से होते है।
चीन, जापान, इंग्लैंड, फ्रांस, रूस, अमेरिका जैसे देशो की जनता EVM से चुनाव नहीं होने देती। भक्तो को मिर्ची लगेगी जब उनको पता चलेगा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका में भी चुनाव बेलेट पेपर से होता है।

*अमेरिका की जनता ने EVM से चुनाव करवाने की कोशिशों को नकार कर सरकार को मजबूर किया कि चुनाव बेलेट पेपर से ही हो।*

EVM से चुनाव में सिर्फ लोकतंत्र की हत्या ही होगी। ब्राह्मण वर्चस्व कायम किया जाएगा। जब प्रशासन तंत्र में ब्राह्मणवादी विचारधारा के लोग स्थापित हो जाएंगे, संवैधानिक अधिकार खत्म कर दिए जाएंगे। जैसा कि RSS अपनी विचारधारा में बतला भी चुका है।

*-EVM जलाइए, देश जलने से बचाइए-* 

गुजरात चुनाव ईवीएम चिप बनाने वाली कंपनी के चेयरमैन थे मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति, पीएम मोदी के सचिव रह चुके हैं।

आज ईवीएम के बारे में ऐसा खुलासा हुआ है जिसको जानने के बाद देश की जनता और विपक्षी पार्टियों के होश उड़ जायेंगे जनता का रिपोर्टर की खबर के अनुसार गुजरात में कथित GSPC घोटाले में मुनाफा कमाने वाली कंपनी और ईवीएम की चिप बनाने वाली कंपनी का मालिक एक ही है और वो है नरेंद्र मोदी के सचिव रह चुके मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार जोती. अचल कुमार जोती की नियुक्ति को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी आपति की थी पर मोदी को कोई फर्क नहीं पड़ता वो सत्ता हथियाने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं।

क्या है GSPC घोटाला

गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (GSPC) वो कंपनी है जो गुजरात समुन्द्र तट में गैस की खोज कर रही थी। 26 जून 2005 को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रेस कांफेर्रेंस में घोषणा की थी कि इस कंपनी द्वारा खोजी गई गैस का मूल्य 2 लाख करोड़ रुपये होगा। इससे गुजरात को सालों तक बाहर से गैस खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।इस प्रोजेक्ट को गुजरात सरकार की तरफ से 1500 करोड़ दिए गए। साथ ही समय के साथ साथ सरकारी बैंकों की ओर से 20 हज़ार करोड़ रुपये दिए गए। लेकिन गैस निकलने का जो दावा था वो पूरा नहीं हुआ और पैसे डूब गए।

इस प्रोजेक्ट में मुख्य कंपनी Goe Global Services, India (GGR) है। इस कंपनी का गैस खोजने जैसे कामों में कोई तजुर्बा नहीं है उसके बाद भी गुजरात सरकार ने देश की सरकारी और तजुर्बे वाली कंपनी ONGC को प्रोजेक्ट में ना लेकर GGR को लिया गया। आरोप है कि इस कंपनी को हज़ारों करोड़ का फायदा हुआ और CAG रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात GSPC को 20 हज़ार करोड़ का घाटा।

Goe Global Services (India) की मूल कंपनी Goe Global Services Inc. है, जिसका मुख्यालय कैलगरी, कनाडा में है। दिलचस्प बात यह है कि, Goe Global Services Inc. अमेरिका के एक वित्तीय समूह key Capital Corp. (KCC) की सहायक कंपनी है। भारत में उपयोग किए जाने वाले ईवीएम के लिए माइक्रोचिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Microchip Inc. और KCC स्वामित्व का पैटर्न काफी हद तक समान है। मतलब एक ही कंपनियों ने दोनों में निवेश कर रखा है।

Vanguard Group ltd, Blackrock Inc., State Street Corp., Jp Morgan Chase Co., Price Rowe Associates Inc., Barrow Hanley MewHinney, Invesco ltd. ने KCC और ईवीएम चिप बनाने वाली Microchip Inc. दोनों में निवेश किया है। Microchip Inc में निवेश करने वाली 15 कम्पनियाँ हैं जिसमें से 7 वो हैं जिनका निवेश KCC में भी है।

मतलब Microchip Inc और KCC की कंपनी Goe Global Services (India), जिसकों कथित GSPC घोटाले में फायदा पहुंचा, की मालिक एक ही कम्पनियाँ हैं। साथ ही ये भी बता दें, कि इस समय चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति गुजरात में GSPC के चेयरमैन थे। मतलब कथित GSPC घोटाला उनकी नाक के नीचे ही हुआ है।
https://www.youtube.com/watch?v=joYSCKOrzy4
https://www.youtube.com/watch?v=stXkXUr4ZhU
https://www.youtube.com/watch?v=rcfYRMGP7VY
https://www.youtube.com/watch?v=qD5qBdyivCQ


1 comment:

  1. बिल्कुल सही कहा ईवीएम से हमेशा भाजपा को फायदा होता है। ईवीएम हटाओ देश बचाओ

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