Tuesday, 4 April 2017

आदर्श ग्राम’ की हालत

भावी उप-राष्ट्रपति के

 ‘आदर्श ग्राम’
 की हालत पर DBN की
ग्राउंड रिपोर्ट, ‘असुविधा के
लिए खेद है’
Edited by: vikarn raj on March 22, 2017.
बीजे बिकास, मधुबनी: मधुबनी संसदीय क्षेत्र के
सांसद व देश के संभावित भावी उप-राष्ट्रपति
हुकुमदेव नारायण यादव के द्वारा आदर्श ग्राम
योजना के तहत चयनित आदर्श पंचायत बनकट्टा
के लोगों को अभी तक अपने पंचायत के विकास
की दरकार और माननीय सांसद के दर्शन का
इंतज़ार है. सांसद यादव द्वारा गोद लिया गया
यह गांव बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी
प्रखण्ड मुख्यालय से 4 किलोमीटर की दुरी पर
स्थित है.
ग्रामीण बताते है कि भाजपा सांसद हुकुमदेव
नारायण यादव के द्वारा बड़े ही ताम-झाम से इस
पंचायत को गोद लिया गया था. जिसके बाद
पंचायत के लोगों को ख़ुशी का ठिकाना नहीं
रहा था. ताम-झाम के बीच सांसद हुकुमदेव
नारायण यादव को लाखों खर्च कर सम्मानित
किया गया. लेकिन यह ताम-झाम का
सिलसिला यही थम गया. ग्रामीण बताते है कि
जितने राशि से ग्रामीणों ने बनकट्टा को आदर्श
ग्राम पंचायत में चयनित करने के बाद माननीय
सांसद का सम्मान में खर्च किया गया था.
उतने राशि का भी काम अभी तक इस पंचायत में
नही हो सका है. लगभग 3 साल बीत जाने के बाद
भी बनकट्टा पंचायत का दामोदरपुर गांव आदर्श
गांव का दर्जा प्राप्त करने के बाद भी विकास
के लिए कराह रहा है. पंचायत में जहां समुचित
ग्रामीण पथ नहीं है, वहीं दामोदरपुर, बलिया
और बिस्फी जाने का एकमात्र पथ के बीच
बछराजा नदी पर बने पुल लगभग डेढ़ साल से टूटा
हुआ है, जिससे गांव वालों को आवागमन की भी
समस्या आ गयी है.
आदर्श ग्राम पंचायत के घोषणा उपरांत सांसद के
सम्मान समारोह के गवाह रहे ग्रामीण बताते है
कि पंचायत में बेहतर स्वास्थ्य सेवा, इंटरनेट
सुविधा, बैंकिंग सुविधा और पशुपालकों के लिए
कई घोषणाऐं विभाग के पदाधिकारी के द्वारा
लगातार की गई, मगर आज तक एक भी घोषणा
पर अमल नहीं हो सका है. ग्रामीणों बताते है कि
उन्हें आदर्श पंचायत के जनता होने में भी असहजता
महसूस हो रही है. जिस समय इसकी घोषणा हुई
थी उस समय सभी विभागों के द्वारा स्टाल
लगाकर लोंगो को कई लोक-लुभावन सपने
दिखाये गये थे.
पंचायत के दामोदरपुर गांव के पहले एक पुल है जो
विकास की गाथा का फुट-फुटकर बखान करती
है. यह पुल सालों से दो भागों में बंटकर टूट चूका है.
पुल निर्माण के बजाय पुल होकर चलने वालों को
सतर्क करने के लिए बिहार सरकार के ग्रामीण
कार्य विभाग ने पुल छतिग्रस्त है का बोर्ड लगा
रखा है, जिसपर धीरे चलने का संदेश दिया जा
रहा है. विडंबना इस बात की है की आदर्श
पंचायत की घोषणा होने के लगभग 3 साल बीत
जाने के बाद भी दामोदरपुर गांव के लोग
स्थानीय सांसद हुकुमदेव नारायण यादव के दर्शन
नहीं हो पाए है. सासंद इस गांव में गोद लेने के दिन
कार्यक्रम में पहुंचे उसके बाद वो दोबारा गांव में
नहीं आये.  

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